Advertisement
आश्वासन. 2020 तक हर खेत तक पहुंचेगी बिजली : मंत्री विजेंद्र
छातापुर: राजगद्दी आम जनता के वोट से मिलती है. काम कोई करे और मजदूरी किसी और को मिले, इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है. जाति-पांत की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरा है. ऐसी राजनीति करने वालों को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा. उक्त बातें सूबे के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने […]
छातापुर: राजगद्दी आम जनता के वोट से मिलती है. काम कोई करे और मजदूरी किसी और को मिले, इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है. जाति-पांत की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरा है. ऐसी राजनीति करने वालों को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा. उक्त बातें सूबे के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने शनिवार को छातापुर में विद्युत उपकेंद्र के समीप 36 करोड़ की लागत से बनने वाले पावर ग्रिड उपकेंद्र के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कहीं.
2015 में हर गांव तक पहुंचेगी बिजली
काबीना मंत्री श्री यादव ने हर घर को बिजली पहुंचाने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वादे को दोहराते हुए कहा कि 2015 तक घर-घर में बिजली पहुंचाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. जरूरत के मुताबिक 12 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है, जिसे हर हाल में पूरा किया जायेगा. उत्पादन के बाद वितरण व्यवस्था भी सुनिश्चित की जानी है. अब घर-घर बिजली पहुंचाने के बाद 2020 तक हर खेत तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए श्री यादव ने कहा कि छोटे-छोटे राज्य केंद्र के सहयोग से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन केंद्र की उपेक्षा के कारण बड़ा राज्य रहने के बावजूद बिहार पिछड़ेपन का शिकार है. बावजूद राज्य सरकार न्याय के साथ विकास कर आगे बढ़ रही है. विधान पार्षद हारूण रसीद ने कहा कि विकास की बात कोई और करे और वोट किसी और को मिले, यह दुखद है. समारोह को ऊर्जा विभाग के मुख्य अभियंता केएन सहाय, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, पूर्व विधायक लखन ठाकुर, दिलेश्वर कामैत, युगल किशोर अग्रवाल, डीडीसी हरिहर प्रसाद, उपेंद्र प्रसाद सिंह, सीतानंद झा उर्फ सुनील बाबू, ओम प्रकाश यादव, अजय कुमार, विमल झा, करीमन साफी आदि ने भी संबोधित किया. एसडीओ त्रिवेणीगंज डॉ मनोज कुमार झा के धन्यवाद ज्ञापन के बाद पूर्व विधायक विश्वमोहन भारती के निधन पर एक मिनट का मौन रखा गया.
बड़े राजनीतिक घराने में इच्छाशक्ति की कमी
पूर्व के वक्ताओं द्वारा इलाके को उपेक्षित रखे जाने का सवाल उठाये जाने पर श्री यादव ने बलुआ के राजनीतिक घराने को आड़े हाथों लिया. कहा कि राज्य व केंद्र की पूर्व की सरकारों में बलुआ का अहम योगदान रहा है. पावर का केंद्र रहे बलुआ बाजार को कभी पटना व दिल्ली चौक के नाम से जाना जाता था. बावजूद घराने के राजनेताओं में इच्छा शक्ति की कमी के कारण इलाके का अपेक्षित विकास नहीं हो सका. हालांकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस इलाके का चहुमुखी विकास किया जा रहा है.
भीमपुर को मिल सकता है प्रखंड का दर्जा!
शिलान्यास समारोह के मौके पर काबीना मंत्री श्री यादव ने इशारों में ही भीमपुर को प्रखंड का दर्जा मिलने की संभावना जतायी. उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टिकोण से बलुआ के बजाय भीमपुर को प्रखंड का दर्जा मिलना चाहिए. चूंकि, बलुआ के निकटवर्ती प्रखंड बसंतपुर में 13 पंचायतें हैं तथा छातापुर प्रखंड में 23 पंचायतें हैं. भीमपुर प्रखंड के मध्य भाग में स्थित है. उन्होंने बलुआ को प्रखंड बनाने की मांग को अनुचित ठहराया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement