सुपौल: पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह जयंती पखवारा के अवसर पर किसानों की समस्याओं को लेकर राजद कार्यकर्ताओं द्वारा सोमवार को समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया. धरना की अध्यक्षता राजद जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव ने की.
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री अशोक कुमार सिंह ने चौधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा बताते कहा कि 1977 में उन्होंने किसानों के लिए आदर्श मसौदा व आर्थिक नीति तैयार किया था, जिसे तत्कालीन जनता पार्टी सरकार द्वारा अपनाया गया, लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी की जा रही है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून में संसोधन कर किसानों के हित पर चोट किया है, जिसे राजद कभी बरदाश्त नहीं करेगी. उन्होंने राज्य सरकार द्वारा भी किसानों की उपेक्षा करने की बात कही. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसानों की तरक्की के लिए कृषि रोड मैप बनाया था, लेकिन दुर्भाग्य है कि उक्त रोड मैप का ईमानदारी पूर्वक लागू नहीं किया जा रहा. जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि स्व चरण सिंह की जयंती के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने किसानों के हित की नीतियों को प्रभावकारी बनाने का संकल्प लिया है.
उन्होंने मौके पर कोसी पीड़ितों एवं जमीन संबंधी विवादों की चर्चा करते उसके शीघ्र निराकरण की मांग की. धरना को कोसी पीड़ित किसान संघर्ष मोरचा का भी समर्थन मिला. पार्टी द्वारा इस अवसर पर जिला पदाधिकारी को 14 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया.
इसमें भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लेने, फसल का समर्थन मूल्य दोगुना करने, कृषि ऋण माफ करने, कृषि यंत्र वितरण में जारी धोखाधड़ी की जांच करने, कालाधन वापस लाने, तटबंध के भीतर दफा 106 अंतर्गत जमीनी विवाद का निष्पादन करने, चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न प्रदान करने आदि की मांग की गयी. कार्यक्रम का संचालन शिव नारायण यादव ने किया. इस अवसर पर पूर्व सांसद महेंद्र नारायण सरदार, पूर्व विधायक उदय प्रकाश गोइत, प्रो विजय कुमार यादव, राजेंद्र प्रसाद यादव, दिनेश प्रसाद यादव, अजय कुमार अजनबी, सुरेश प्रसाद यादव, छाया रानी, रंभा देवी, शायरा खातून, प्रो वकार आलम, अकिल अहमद खां, रामनाथ मंडल, विनोद यादव, सीताराम यादव, रामसागर पासवान, देव नारायण मंडल आदि मौजूद थे.