महाराजगंज : मुख्यालय के विभिन्न वार्डों के मतदान केंद्रों पर नगर पंचायत चुनाव को लेकर रविवार को पहली बार मतदान करने पहुंचे युवाओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. युवा मतदाता पहली बार लोकतंत्र के इस महापर्व का हिस्सा बन फूले नहीं समा रहे थे. अपनी बारी के साथ वोट देने का प्रथम बार अवसर पा उनके चेहरे खुशी से चहक जा रहे थे.
मतदान करने के लिए कतार में खड़े ऐसे मतदाता अपनी बारी आने का बेसब्री से इंतजार करते देखे गये. वोट दे बूथ से बाहर निकलने वाले ऐसे वोटर अंगुली में लगी अमिट स्याही को दूसरे को दिखा काफी प्रसन्न हो रहे थे. महाराजगंज नगर पंचायत के विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान करने वाले युवक एवं युवतियों ने कहा कि अब हम भी अपनी पसंद के प्रतिनिधि को चुनने का अधिकार रखते हैं. शहर की बूथ संख्या 6/क पर नया बिहार गढ़ने के संकल्प के साथ युवा मतदाता कहकशां रफीक, गुड़िया कुमारी, अंकिता कुमारी, रागनी कुमारी आदि ने मतदान किया. सुबह में ही बूथ पर पहुंच वह कतार में लग गये थे.
नगर की सरकार बनाने का हुआ आगाज : महाराजगंज नगर पंचायत चुनाव का प्रथम चरण का चुनाव रविवार को महाराजगंज नगर पंचायत में शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. छिटपुट झड़प के साथ मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही. वहीं वार्ड संख्या चार में दो गुटों के बीच मारपीट हुई. वहीं, महाराजगंज नगर पंचायत अध्यक्ष शारदा देवी ने अपने परिवार के साथ मतदान किया. भीषण गरमी के बावजूद मतदाता काफी उत्साह के साथ मतदान केंद्रों पर पर डटे रहे. रविवार की सुबह महाराजगंज नगर पंचायत के 14 वार्डों में कुल 21 मतदान केंद्रों पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई, जो निर्धारित समय के बाद भी कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार देखने को मिली. पुरुषों के साथ-साथ गांव की सरकार बनाने में महिलाओं ने भी अपनी अच्छी भागीदारी निभायी. हर मतदान केंद्र पर पुरुष और महिलाओं की अलग-अलग कतारें लगी थीं. पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी रही. मतदान के प्रति महिलाओं में जागरूकता देखने को मिली. हर उम्र की महिला मतदाताओं ने कतारबद्ध होकर पूरे उत्साह के साथ अपने मत का प्रयोग किया. मतदान प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतारें लगनी शुरू हो गयी थीं. वहीं, लगातार चढ़ते तापमान के साथ वातावरण में तपिश को बढ़ाते जा रहे थे. फिर भी मतदाताओं पर इसका प्रभाव जरा भी नहीं पड़ा. लेकिन, प्रत्याशियों की तत्परता ने मतदान का प्रतिशत बढ़ाने में सहायक साबित हुआ. कुछ मतदान केंद्रों पर उपद्रवियों के द्वारा व्यवधान डालने का प्रयास किया गया, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया. पुलिस बल की सूझबूझ से कहीं कोई हिंसक वारदात नहीं हुई.