सीवान : सदर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा में सुधार होने के कारण इन दिनों ओपीडी व आपात कक्ष में मरीजों की संख्या बढ़ी है. पिछले कुछ महीनों से सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या प्रतिदिन आठ सौ से घट कर पांच सौ से भी कम हो गयी थी. मरीजों के कम होने के पीछे सदर अस्पताल में दवाओं की कमी थी ही. कई विभागों में डॉक्टर के नहीं रहने से भी मरीजों की संख्या कम थी. सदर अस्पताल के इएनटी,आंख व आथोर्पेडिक्स विभाग में नये डॉक्टरों के योगदान किये जाने से मरीजों को अब इन विभागों में भी इलाज कराने की सुविधा मिली है. करीब दो सप्ताह से सदर अस्पताल में करीब 50 से अधिक दवाएं आ गयी हैं.
इसमें खांसी का कफ सिरप सहित कई जीवन रक्षक दवाएं हैं. बीच में कुछ दिनों के लिए सदर अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन खत्म हो गया था. इसके कारण भी मरीजों की संख्या कम हुई थी. अभी वर्तमान में सदर अस्पताल के स्वास्थ्य सेवा में हुई सुधार के कारण ही मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. सदर अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में नयी मशीन लग जाने के बाद कई महत्वपूर्ण व महंगी जांच की सुविधा मरीजों को नि:शुल्क मिल रही है. इस कारण गरीब मरीज, जिनके पास डॉक्टर से दिखाने के लिए फीस तक के पैसे नहीं हैं, वैसे मरीज सदर अस्पताल में इलाज कराने आ रहे हैं.
सदर अस्पताल में प्रसूताओं का सीजेरियन करने की सुविधा सबसे अच्छी है. अब मरीजों को सीजेरियन कराने के लिए किसी की पैरवी नहीं करनी पड़ती है. पिछले साल सदर अस्पताल में लक्ष्य से अधिक सीजेरियन हुआ था. ग्रामीण क्षेत्रों से गरीब महिलाएं जटिल प्रसव होने पर सदर अस्पताल ही आती है. सिविल सर्जन डॉ शिवचंद्र झा ने बताया कि कई विभागों में नये डॉक्टरों ने योगदान किया है. सदर अस्पताल में काफी मात्रा में दवाओं की खरीद की गयी है.