सीवान : तकनीक का गलत इस्तेमाल जहां केवल अराजकता व विध्वंस लाता है, वहीं इसके सही इस्तेमाल से मुसीबत में फंसे लोगों को सहारा भी मिलता है. सोमवार की देर शाम एक छह वर्षीय बालक सागर कुमार की गुमशुदगी की सचित्र सूचना बाल कल्याण समिति के मनोज मिश्र ने जैसे ही सोशल मीडिया पर पोस्ट की. वह कुछ ही देर में वायरल हो गयी व महज चार घंटे में ही बालक के परिजन समिति के कार्यालय पहुंच कर आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर उसे घर ले जा सके. विदित हो कि सोमवार की शाम लगभग पांच बजे नगर थाने के गश्ती दल ने अस्पताल रोड में एक छह वर्षीय बालक को भटक कर रोते हुए देखा.
दल ने इसकी सूचना बाल कल्याण समिति के मनोज मिश्र को दूरभाष पर देते हुए बालक के संरक्षण के लिए समिति के समक्ष प्रस्तुत किया. बालक अपना पता बताने के बजाय केवल रो रहा था. समिति ने आश्रय के लिए नगर के ही एक संस्थान में भेज दिया. गुमशुदगी की सचित्र सुचना समिति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी. कुछ ही देर में यह खबर वायरल हो गयी. बालक के परिजनों की खोज के लिए कई राज्यों से सुझाव भी आने लगे. अंततः सोशल मीडिया पर बालक को पहचान कर रात लगभग नौ बजे शेख मुहल्ले के संजय कुमार प्रजापति अपने मुहल्ले वासियों के साथ समिति के कार्यालय पहुंचे व उचित साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए अपने पुत्र सागर की प्राप्ति की गुहार लगायी. उन्होंने बताया कि उनका यह पुत्र शाम लगभग चार बजे अपने दादी के साथ कसेरा टोली में कुछ सामान खरीदने गया था. भीड़ के चलते वहीं से गुम हो गया था. बालक की सकुशल प्राप्ति पर परिजनों सहित पूरे मुहल्लावासियों ने राहत की सांस ली व समिति के प्रति आभार जताया.