सीवान : नोटबंदी के आदेश के गुजरे 45 दिन में भी बैंकों के हालात सामान्य नहीं हुए हैं. दो दिनों की बंदी के बाद सोमवार को बैंक खुले, पर लोगों की परेशानियां कम होती नहीं दिखी. शहर की चंद बैंक शाखाओं के अलावा अधिकांश ने रुपये की कमी होने के कारण ग्राहकों को लौटा दिया. इसमें सबसे अधिक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक शाखाओं की रही. उधर एटीएम में भी रुपये नहीं होने से अधिकांश सेंटर सूने पड़े रहे. नोटबंदी के बाद व्याप्त अराजकता को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को पर्याप्त धन देने का आश्वासन दिया था. इसके अलावा एटीएम में सुधार की भी दलील सरकार व रिजर्व बैंक द्वारा दी जाती रही है.
पिछले पैंतालिस दिन में पहले से बैंक व एटीएम पर लगने वाली कतार तो खत्म हो गयी है,पर हालत सामान्य अब भी नहीं हुए हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में विभिन्न बैंकों के 201 शाखा व एटीएम 169 हैं. इसमें बड़ी संख्या शहर में है.लेकिन हाल यह है कि इनकी लंबी संख्या के बाद भी लाभ चंद बैंकों से ही मिल रहे हैं. सोमवार को शहर के स्टेट बैंक व सेंट्रल बैंक के मुख्य शाखा पर आये ग्राहकों को धन निकासी के दौरान उनकी जरूरतें पूरी नहीं हुई. रुपये की जताते हुए इन बैंकों ने मुश्किल से पांच से सात हजार रूपये का ही भूगतान किया. शेष बैंकों ने तो ग्राहकों को सबसे अधिक निराश किया.