एफएसीएल रिपोर्ट से बरामद हथियार व कारतूस हत्याकांड में प्रयुक्त होने की हुई पुष्टि
सीवान : वरिष्ठ पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की जांच में जुटी एफएसीएल की टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट देने के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट के हवाले कर दिया है. सीलबंद रिपोर्ट के बारे में कहा जाता है कि जांच में बरामद हथियार व कारतूस हत्याकांड में प्रयुक्त होने की पुष्टि हुई है. कोर्ट में सुनवाई के दौरान एफएसीएल की रिपोर्ट प्रमुख आधार होगी. शहर के रेलवे स्टेशन रोड पर फलमंडी के समीप बाइक सवार अपराधियों ने 13 मई को पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
इस मामले में 25 मई को पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए शहर के ही पांच युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर दक्षिण टोला निवासी सोनू कुमार के घर से एक पिस्टल व दो कारतूस बरामद किये गये थे. पुलिस ने बरामद पिस्टल, गोली, राजदेव के शरीर से निकले बुलेट, खून से सने कपड़े, बरामद बाइक पर पड़े खून के छींटे की जांच के लिए एफएसीएल पटना की टीम को पत्रांक 844/16 के तहत भेजा गया था.
12 जुलाई की शाम एफएसीएल ने अपनी रिपोर्ट सीवान पुलिस को सौंप दी. नगर थाने के सब इंसपेक्टर रविकांत दूबे रिपोर्ट को लेकर सीवान पहुंचे. गुरुवार को रिपोर्ट नगर थाने ने सीजेएम न्यायालय में जमा कर दी. इस रिपोर्ट को आधार मान कर पुलिस के चार्जशीट तैयार करने में अब तेजी आ गयी है. पुलिस का मानना है कि एफएसीएल रिपोर्ट से पुष्टि के बाद अब आरोपितों को सजा दिलाना आसान होगा. हत्याकांड का प्रमुख शूटर कसेरा टोली निवासी रोहित कुमार व उसका साथी दक्षिण टोला निवासी विजय कुमार व चचेरा भाई सोनू कुमार, शांति नगर निवासी रिशु कुमार, बबुनिया रोड निवासी राजेश कुमार व घटना का साजिशकर्ता नगर थाने के रामनगर निवासी लड्डन मियां उर्फ अजहरूद्दीन बेग जेल में बंद हैं.
कोर्ट में पुलिस जल्द दाखिल करेगी चार्जशीट
एफएसीएल रिपोर्ट से पुलिस की जांच को मिला बल
क्या कहते हैं एसपी
एफएसीएल रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि बदमाशों से बरामद पिस्टल से पत्रकार की हत्या हुई है. एफएसीएल रिपोर्ट से पुलिस की जांच को बल मिला है. शीघ्र ही आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी जायेगी.
सौरभ कुमार साह