सिविल सर्जन ने कहा, नया कोई भी डॉक्टर नहीं चाहता है काम करना
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सिर्फ 24 ने दिया योगदान कैसे होगा इलाज. डॉक्टरों के आधे से ज्यादा पद हैं खाली
सिविल सर्जन ने कहा, नया कोई भी डॉक्टर नहीं चाहता है काम करना पंचायत चुनाव के बाद सिविल सर्जन नें व्यवस्था को चुस्त करने का दिया संकेत सीवान : अनुबंध पर काम करनेवाले डॉक्टरों की सेवा नियमित करने के बाद सरकार ने करीब 38 डॉक्टरों की पदस्थापना सीवान में की है. सीवान में अनुबंध पर […]
पंचायत चुनाव के बाद सिविल सर्जन नें व्यवस्था को चुस्त करने का दिया संकेत
सीवान : अनुबंध पर काम करनेवाले डॉक्टरों की सेवा नियमित करने के बाद सरकार ने करीब 38 डॉक्टरों की पदस्थापना सीवान में की है. सीवान में अनुबंध पर काम करनेवाले करीब सात डॉक्टरों की सेवा नियमित करने के बाद सरकार ने उन्हें दूसरे जिलों में भेजा है. सीवान में 38 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति होने के बावजूद जिले के सरकारी अस्पतालों में करीब आधे से अधिक डॉक्टरों के पद रिक्त हैं. जिले में कुल 241 डॉक्टरों के पद सृजित हैं.
इनमें पहले से 47 तथा 24 नये डॉक्टरों को मिला कर कुल 71 डॉक्टर जिले में हैं. इसमें से करीब सात डॉक्टर विभाग से बिना छुट्टी मंजूर कराये वर्षों से गायब हैं. नये जिन डॉक्टरों की पदस्थापना सीवान में हुई है, उनमें से करीब पांच डॉक्टर शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए ज्वाइन करने के बाद विरमित हो गए हैं.
डॉक्टरों की कमी से सदर अस्पताल के कई ओपीडी व विभाग हुए ठप : सदर अस्पताल में डॉक्टरों की पहले ही कमी थी. विभाग के अधिकारी किसी तरह पीएचसी से बुला कर काम चलाते थे. सदर अस्पताल में काम करनेवाली दो महिला व चार पुरुष डॉक्टरों को जिले से बाहर भेज दिया गया है. विभाग ने सदर अस्पताल में पांच नये डॉक्टरों को नियुक्त किया है. इसमें से करीब सभी डॉक्टरों ने योगदान कर लिया है. इसमें से दो डॉक्टर शिक्षा व प्रशिक्षण के लिए विरमित कर दिये गये हैं. वहीं, दो डॉक्टरों ने ज्वाइन करने के बाद अभी तक प्रभार प्रतिवेदन नहीं दिया है.
जिले में आनेवाले नये डॉकटरों में काम करने की भावना नहीं है. चर्चा है कि सभी किसी-न-किसी महत्वपूर्ण नेताओं से जुड़े हैं. कुछ तो सप्ताह में एक दिन ड्यूटी करने की बात कर रहे हैं तथा अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में तो ज्वाइन करने के बाद गायब ही है. वैसे सदर अस्पताल के तीन डॉक्टर डॉ इंद्रमोहन, डॉ रणजीत कुमार और डॉ रीना रेणु चौधरी बिना छुट्टी स्वीकृत कराये महीनों से ड्यूटी पर नहीं आते हैं. डॉक्टरों के इस गैरजिम्मेवराना व्यवहार के कारण सदर अस्पताल के कई विभाग व ओपीडी बाधित हैं.
योगदान के बाद करीब सभी नये डॉक्टर छुट्टी पर
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
आपका कहना सही है. करीब आधे से अधिक डॉक्टरों के पद खाली हैं. हमलोग किसी तरह काम चलाते हैं. नये 38 डॉक्टरों को विभाग ने सीवान भेजा है. उनमें से करीब 24 ने ज्वाइन कर लिया है. लेकिन करीब सभी नये डॉक्टरों में काम नहीं करने की भावना है. पंचायत चुनाव के बाद व्यवस्था को और चुस्त बनाने का प्रयास किया जायेगा. बिना छुट्टी स्वीकृति कराये छुट्टी पर रहनेवाले डॉक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई विभाग कर रहा है.
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