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छज्जा गिरने से बाल-बाल बचे विद्यालय के छात्र

नहीं सुधरा विद्यालय प्रशासन, तो जर्जर भवन में हो सकती है बड़ी घटना विद्यालय में मची अफरा तफरी, टला बड़ा हादसा महाराजगंज/ दरौंदा : अनुमंडल दरौंदा प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, रानीवारी का भवन जर्जर है. छात्रों को विद्यालय में प्रार्थना करते वक्त विद्यालय का छज्जा धड़ाम से गिर पड़ा . सोमवार के दिन […]

नहीं सुधरा विद्यालय प्रशासन, तो जर्जर भवन में हो सकती है बड़ी घटना

विद्यालय में मची अफरा तफरी, टला बड़ा हादसा
महाराजगंज/ दरौंदा : अनुमंडल दरौंदा प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, रानीवारी का भवन जर्जर है. छात्रों को विद्यालय में प्रार्थना करते वक्त विद्यालय का छज्जा धड़ाम से गिर पड़ा . सोमवार के दिन प्रार्थना में खड़े बच्चे बाल- बाल बच गये. भगवान का शुक्र था कि विद्यालय में किसी प्रकार का कहीं हादसा नहीं हो पाया. विद्यालय के भवन की जर्जर स्थिति होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोमवार की सुबह विद्यालय खुलने के कुछ ही समय बाद प्रार्थना होने के दौरान अचानक विद्यालय का छज्जा गिरा. इसके बाद विद्यालय में अफरा- तफरी मच गयी. संयोग ही कहा जायेगा कि सभी बच्चे प्रार्थना में थे. अगर पढ़ाई के दौरान छज्जा गिरता, तो इसकी चपेट में कई बच्चे एवं शिक्षक आ जाते. भवन की कमी के चलते वर्ग तीन तक के बच्चे खुले आसमान के नीचे अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं. रेयाज, नेहा, पूनम, ब्यूटी ,बबली, अंजलि, निशा, रविना, रिया, बंटी, आदर्श, मंतोष, अभिषेक, सुधीर आदि छात्रों का कहना था कि इस विद्यालय में तीन कमरे हैं, वह भी जर्जर स्थिति में है. वर्ग एक से आठ तक के करीब साढ़े तीन सौ बच्चे हैं. शिक्षकों की संख्या 10 है, परंतु भवनों की कमी व जर्जर कमरों के कारण हादसे की अाशंका बनी रहती है. आये दिन छत या छज्जा से छोटे- छोटे टुकड़े गिरते रहते हैं. पूर्व में भी कई छात्रों को चोटें भी आयी थीं.
बताया जाता है कि 2004 में भवन बनाने के लिए विभाग द्वारा राशि भेजी गयी थी. कुछ ग्रामीणों के दवाब पर यहां भवन बनने नहीं दिया गया था, जिसके चलते राशि को वापस भेजा गया था. यहां करीब तीन कट्ठे पर तीन कमरे, शौचालय व एक चापाकल है. इस विद्यालय को 2004 में ही उत्क्रमित किया गया था. इसके बाद उच्च विद्यालय बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था, परंतु जमीन एवं भवन के अभाव में नहीं बन सका. जर्जर भवन का छज्जा जब गिरा, तो एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा को लेकर शिक्षक अभिभावक एवं ग्रामीणों में चिंता बढ़ गयी है.
इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी एचएम बिनोद कुमार यादव ने बताया कि छज्जा गिरने की घटना की सूचना विभाग को दे दी गयी है. एक बड़ा हादसा होने से बच गया. इसके पूर्व में यहां भवनों के निर्माण के लिए विभाग को लिखा गया है परंतु अब तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है.
क्या है स्कूल की भौतिक स्थिति
छात्रों की संख्या 350
शिक्षक की संख्या 10
भूमि की स्थिति 03 कट्ठा
कमरा 03
शौचालय 01
नल 01

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