सीवान : शहर में बढ़ती आबादी और वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ महाजाम एक बड़ी समस्या बन गया है, जिससे राहत के लिए शहर में रोड डिवाइडर की जरूरत महसूस की जा रही थी. शहर के मुख्य पथ पर दहा नदी पुल से अस्पताल मोड़ तक ही रोड डिवाइडर का निर्माण हुआ है. वहीं […]
सीवान : शहर में बढ़ती आबादी और वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ महाजाम एक बड़ी समस्या बन गया है, जिससे राहत के लिए शहर में रोड डिवाइडर की जरूरत महसूस की जा रही थी. शहर के मुख्य पथ पर दहा नदी पुल से अस्पताल मोड़ तक ही रोड डिवाइडर का निर्माण हुआ है. वहीं शहर का बड़ा हिस्सा इससे अछूता है.
अस्पताल मोड़ से तरवारा मोड़ तक रोड डिवाइडर नहीं होने के कारण व्यस्त अवधि में महाजाम की स्थित उत्पन्न हो जाती है. इसके कारण ट्रैफिक रूल का उल्लंघन, सड़क किनारे पार्किंग आम समस्या है. डिवाइडर निर्माण व रोड के चौड़ीकरण से ट्रैफिक व्यवस्था को रेगुलेट करने में सुविधा होगी. डिवाइडर निर्माण से बेतरतीब ड्राइविंग और यत्र-तत्र पार्किंग से भी कुछ निजात मिलेगी. जाम से जूझ रहे शहर के लिए यह एक बड़ी पहल साबित होगी, जिसका इंतजार शहरवासियों को लंबे समय से था.
क्या थी बाधा : छपरा-गोपालगंज एनएच 85 सीवान शहर से हो कर गुजरता है. शहर में डिवाडर का निर्माण एनएच से स्वीकृति नहीं मिलने के कारण अटका पड़ा था. करीब पांच वर्षों से इसके लिए पत्राचार किया जा रहा था. तत्कालीन जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने डिवाइडर निर्माण के लिए पहल की. साथ ही डीएम महेंद्र कुमार ने पुन: अपने पत्रांक 23 दिनांक 5.1.16 द्वारा पुन: प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएच हाजीपुर को स्मार पत्र लिखा था.
क्या है योजना : भारतीय राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक हाजीपुर के पत्रांक 2012 / 14 द्वारा डीएम सीवान को एनओसी प्रदान कर दिया गया है. अब डिवाइडर के साथ ही दोनों तरफ दो-दो फुट चौड़ीकरण किया जाना है. नगर पर्षद ने इसके लिए सर्वेक्षण का आदेश जारी कर दिया है. अब सर्वेक्षण के बाद योजना तैयार कर शीघ्र ही कार्य शुरू हो जायेगा.
क्या कहते हैं इओ
एनएच से अनुमति नहीं मिलने के कारण वर्षों से यह मामला अटका पड़ा था. अब एनओसी मिल जाने के बाद डिवाइडर निर्माण और सड़क चौड़ीकरण का काम शीघ्र शुरू होगा. इस मद में निधि उपलब्ध है. सर्वेक्षण और स्टीमेट निर्माण के साथ ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा.आरके लाल
नगर कार्यपालक पदाधिकारी, सीवान