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सुधरेंगे अस्पताल, समिति करेगी सतत निगरानी

सुधरेंगे अस्पताल, समिति करेगी सतत निगरानी फोटो 12 सदर अस्पताल13 सीएस डा. शिवचंद झाइंट्रो : जिले के अस्पतालों में केंद्र सरकार की योजनाओं की अधिकारियों व जनप्रतिनिधि निगरानी करेंगे. योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही न बरती जाये, इसके लिए समिति की जवाबदेही तय की गयी है. अाखिरी आदमी तक सहज स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए […]

सुधरेंगे अस्पताल, समिति करेगी सतत निगरानी फोटो 12 सदर अस्पताल13 सीएस डा. शिवचंद झाइंट्रो : जिले के अस्पतालों में केंद्र सरकार की योजनाओं की अधिकारियों व जनप्रतिनिधि निगरानी करेंगे. योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही न बरती जाये, इसके लिए समिति की जवाबदेही तय की गयी है. अाखिरी आदमी तक सहज स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए उनकी राय पर भी अमल किया जायेगा. सतत निगरानी के लिए जिलास्तरीय बैठक में योजनाओं की समीक्षा कर रिपोर्ट भेजा जायेगा. सतर्कता एवं निगरानी समिति का गठन :सीवान. अब स्वास्थ्य सेवा में सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जिलास्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की गठन की है. बार बार मरीजों व अभिभावकों से शिकायत मिल रही थी की मरीजों को केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिसको लेकर इस कमिटि का गठन किया गया है. इस कमिटी के पदाधिकारी व सदस्यों का नजर अस्पताल के योजनाओं पर रहेगी. जिससे मरीजों की सुविधा मिल सकेगी. इससे लग रहा है कि अस्पताल की व्यवस्था में सुधार आयेगी. ये लोग सीधे नजर अस्पतालों पर रखेंगे. लोगों का हमेशा शिकायत रहता था कि केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना जननी बाल सुरक्षा योजना, परिवार नियोजन कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण सहित अन्य कार्यक्रमों का लाभ नहीं मिल पा रहा है. कमिटी के अध्यक्ष सांसद तो सचिव डीएम जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की अध्यक्ष सांसद सीवान, सचिव जिलाधिकारी, सह अध्यक्ष महाराजगंज सांसद, सदस्य सिविल सर्जन, विधान पार्षद, सभी विधायक, सभी प्रमुख, जिला पंचायती पदाधिकारी, डीआरडीए निदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य लोगों को इस कमिटि में रखा गया है. जो केंद्र की परियोजित योजनाओं पर निगरानी रखेंगे.समिति की गठन से योजनाओं में आयेगी सुधारजिला स्तरीय समिति की गठन हो जाने से जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंर्तगत चल रहे जननी बाल सुरक्षा योजना, परिवार नियोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ट उन्मूलन कार्यक्रम, कलाजार, संशोधित राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय दृष्टी हिनता नियंत्रण कार्यक्रम, विटामिन ए, फलेरिया कार्यक्रम, पल्स पोलियों अभियान, जापानी एन्सीप्लाइटिस, राष्ट्रीय आयोडिन नियंत्रण कार्यक्रम, नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा, नवजात शिशु देखभाल कक्ष, संजीवनी, ब्लड बैंक ममता कार्यक्रम, मलेरिया आदि कार्यक्रमों में सुधार आयेगी और इस समिती के सदस्यो का नजर इस कार्यक्रम पर रहेगा.राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन का उद्देश्यमातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लानाप्रजनन दर में कमी लानामहिलाओं में एनीमिया की पहचान व इलाजरोगों पर नियंत्रण करनास्वच्छता एवं कुपोषण के प्रति जागरूकता जनसंख्या स्थिरीकरण एवं लिंगानुपात में समानता नवजात शिशु मृत्युदर (प्रति एक हजार पर)वर्त्तमान : 43लक्ष्य (2017) : 26मातृ मृत्युदर (प्रति एक लाख पर)वर्त्तमान : 219लक्ष्य (2017) : 119कुल प्रजनन दर वर्त्तमान : 3.8लक्ष्य (2017) : 2.9जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल : सदर अस्पताल 01अनुमंडलीय अस्पताल 01रेफरल अस्पताल 3पीएचसी 19अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 47क्या कहते हैं सीएसजिलास्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति विभाग के कार्यों पर कड़ी निगरानी रखेगीं. ताकि कार्य सही ढंग से हो . समिति की जांच में दोषी पाये जाने पर लापरवाह कर्मियों को दंडित किया जायेगा. डा. शिवचंद झा, सीएस

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