Advertisement
किताब से बनी दूरी कचरा चुनने की मजबूरी
महाराजगंज : सूबे की सरकार बाल मजदूरी को समाप्त करने के लिए कानून भी बनायी है. गरीब से गरीब बच्चों को पढ़ने के लिये विद्यालयों में नि: शुल्क व्यवस्था कर रखी है, छात्रवृत्ति से लेकर पोषाक तक बच्चों को सरकार द्वारा दिया जा रहा है. समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के उदासीनता के कारण समाज […]
महाराजगंज : सूबे की सरकार बाल मजदूरी को समाप्त करने के लिए कानून भी बनायी है. गरीब से गरीब बच्चों को पढ़ने के लिये विद्यालयों में नि: शुल्क व्यवस्था कर रखी है, छात्रवृत्ति से लेकर पोषाक तक बच्चों को सरकार द्वारा दिया जा रहा है.
समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के उदासीनता के कारण समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के बच्चे स्कूल जाने के बजाय कूड़ा चुनने चले जाते हैं. ऐसे बच्चों का स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है . जानकारी के अभाव में महा दलित के बच्चे कबाड़ी दुकान के लिए पैसा के लालच में कूड़ा चुनने जाते हैं.
पढ़ाई छोड़ चुनते है कूड़ा : जिस समय बच्चों के हाथ में किताब होनी चाहिए, उस समय गरीब बच्चें मामूली पैसे के लोभ में कबाड़ी दुकानदारों के चंगुल में फंस कर अपने जीवन खराब करते है.
इनके माता- पिता गरीब होने के कारण अपने रोजी रोटी के लिए अपने काम में लग जाते हैं. वही ये बच्चें बाजार के शहुकारों के लिए सस्ते मजदूर मिल जाते हैं. सोमवार के दिन शहर के एसडीओ निवास के बगल से हो कर जाने वाली अफराद – महाराजगंज सड़क में दो ऐसे बच्चें कबाड़ी का प्लास्टिक चून कर ठेला पर लाद कर ला रहे थे , जिनकी उम्र महज 10 व 11 साल की होगी. दोनों से नाम, जाति व पढ़ाई के बारे में पूछा गया. एक का नाम सोनु उम्र 11 वर्ष दूसरा अभिशेक उम्र 10 वर्ष बताया गया.
दोनों बच्चे शहर के बांसफोर परिवार के थे. कू ड़ा चुनना दोनों ने अपनी मजबूरी बतायी. कहा कबाड़ी मालिक का ठेला है. एक ठेला कबाड़ चुन कर दिया जायेगा , तो कुछ पैसे मिल जायेंगे, पढ़ाई के बार में पूछा गया . दोनों ने बताया जब खाने का जुगाड़ होगा तब न पढ़ाई की बात सोची जायेगी. आखिर इन बच्चों का उत्तम भविष्य कैसे बनेगा.
सरकार के अधिकारी आखिर बाजार में क्या देखते हैं. बाल मजदूर नियम केवल फाइल तक दबी रहेंगी या इन गरीबों का कुछ उद्धार भी होगा. इस बाबत समाज कल्याण पदाधिकारी मुरारी सिंह से मोबाइल पर बात नहीं हो सकी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement