न सूई, न दवा, कैसे होगा इलाजमरीजों की डॉक्टरों से होती है तकराररात्रि ड्यूटी से कतराते हैं डॉक्टरनहीं हैं जीवन रक्षक दवाइयांहाल महाराजगंज पीएचसी काफोटो. 11 पीएचसी. महाराजगंज . सूबे की सरकार एक तरफ बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दावा करती है. वहीं अस्पताल में मरीज को समस्याओं से दो- चार होना पड़ता है. अस्पताल में महिलाओं के बेहतर इलाज के लिए महिला डॉक्टर की आज तक प्रतिनियुक्ति नहीं हुई. वहीं आपात काल में दी जानेवाली जीवन रक्षक दवा का भी अभाव रहता है. अस्पताल में किसी रोग का मलहम उपलब्ध नहीं है. कौन-कौन सी दवा है उपलब्ध : डॉक्टरों की मानें तो दवा नहीं रहने से मरीजों का आक्रोश सहना पड़ता है. अस्पताल में पीसीएम, फौलिक एसीड,अजीथरोसीन सीरप, एमौक्स 250 एमजी, क्लेभेनिक एसीड 625 एमजी, डाइक्लो 50 एमजी, ही वर्तमान में उपलब्ध हैं. वर्तमान में छह दवाओं से मरीजों का इलाज चल रहा है.बाहर से खरीदनी पड़ती हैं दवा : अस्पताल में दवा का अभाव रहने से मरीजों को बाहर की दुकानों से महंगे दाम पर दवा खरीदनी पड़ती है. इससे गरीब-गुरबा परेशान रहते हैं.क्या कहते हैं लोगदवा की कमी की रिपोर्ट जिले को दी जाती रही है. जिले में जो भी दवा उपलब्ध होती है, वह पीएचसी को उपलब्ध करा दी जाती है.डॉ एसएस कुमार, प्रभारी, पीएचसी महाराजगंजमहाराजगंज में अनुमंडल व पीएचसी अस्पताल है, जो सेवा के नाम पर सफेद हाथी के समान है. नीतीश सरकार महाराजगंज ही नहीं पूरे बिहार की जनता को ठगने का काम करती है.डॉ कुमार देव रंजन, पूर्व विधायक माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सभी विभागों की समीक्षा की जा रही है, जहां जिस चीज की कमी होगी, सरकार उसमें सुधार कर पूरा करेगी. रह गयी बात महिला डॉक्टर की, तो विभाग से बात कर कमी को पूरा करने का प्रयास किया जायेगा.हेमनारायण शाह, विधायक, महाराजगंजसर्वांगासन से बालों की समस्या होगी दूर : गोविंद जी महाराजगंज. आज कल तनाव की परेशानी से जिंदगी और प्रदूषित वातावरण में बाल का झड़ना आम बात हो गयी है. इससे बचने के लिए सर्वांगासन का करना अनिवार्य है. उक्त बातें प्रखंड के विशुनपुर गांव में स्वामी नाथ प्रसाद के दरवाजे पर कृ ष्ण प्रणामी धर्म के संत शिरोमणि गोविंद जी महाराज ने कहीं. इसके बचाव के लिए महाराज जी ने सर्वांगासन करने की सलाह दी. क्या है सर्वांगासन से फायदासर्वांगासन आसन नियमित करने से बालों की झड़ने की बीमारी कम होती है. पेट की पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है. शरीर में हार्मोन का संतुलन बनाये रखने में सहायक है.इस आसन्न को करने के लिए पीठ के बल सीधे लेटना होता है. दोनों पैरों को ऊपर उठा कर साथ रखना है. साथ ही दोनों हाथों काे जमीन पर पीछे की तरफ रखना है.सांस छोड़ते समय दोनों पैरों को पहले 30 डिग्री के कोण पर ले जायें, कुछ देर बाद 60 डिग्री व कुछ देर बाद 90 डिग्री के कोण पर ले जाना होता है. तीनों स्थिति में श्वासन की क्रिया करनी है. महाराज जी ने कहा गरदन में दर्द वाले के लिए यह आसन्न वर्जित है.
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न सूई, न दवा, कैसे होगा इलाज
न सूई, न दवा, कैसे होगा इलाजमरीजों की डॉक्टरों से होती है तकराररात्रि ड्यूटी से कतराते हैं डॉक्टरनहीं हैं जीवन रक्षक दवाइयांहाल महाराजगंज पीएचसी काफोटो. 11 पीएचसी. महाराजगंज . सूबे की सरकार एक तरफ बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दावा करती है. वहीं अस्पताल में मरीज को समस्याओं से दो- चार होना पड़ता है. […]
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