सीवान : अस्पतालों में एंटी रैबीज सूइ नहीं होने से रोजाना करीब सौ से अधिक मरीजों को सदर अस्पताल से निराश होकर लौटना पड़ रहा है. सदर अस्पताल में लगभग एक वर्ष से एनटी रैबीज सूई खत्म हो गयी है.
सूई मंगाने के लिए विभाग ने कई बार पत्र भी लिख चुका है, लेकिन आज तक सूई नहीं आ सकी. यह समस्या उस समय उत्पन्न हुई, जब दवा घोटाला का मामला सामने आया. उसी समय से मुजफ्फरपुर की एजेंसी ने दवा देना सदर अस्पताल को बंद कर दिया. उसके बाद अस्पताल प्रशासन ने सरकार के आदेश पर कुछ दवा की खरीदारी लोकल स्तर पर की गयी, लेकिन एंटी रैबीज सूई की खरीदारी नहीं कर सकी. इसको लेकर मरीज कई बार अस्पताल में हंगामा कर चुके हैं.
जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में कुत्तों की भरमार है और आम लोग उनकी चपेट में आ जाते हैं, जिसके बाद लोग अस्पताल में जा रहे हैं, जहां सूई नहीं मिलने के कारण निराश होकर लौट जाते हैं और निजी अस्पताल में जाकर महंगी दर पर सूई खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं. पहले अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 150-200 लोगों को सूई दी जाती थी. इधर, सूई खत्म हो जाने के बाद निजी अस्पतालों में लोग महंगी दर पर सूई की खरीदारी कर रहे हैं.