सीवान : हुजूर, तीन माह से मुझे न्याय नहीं मिल रहा है. अधिकारियों का चक्कर लगाते-लगते थक गया हूं. लेकिन कोई सुन नहीं रहा है. मैं विदेश में था और 19 सितंबर को घर आया, तो बड़हरिया स्थित केनरा बैंक के एनआरआइ खाते से पैसे की निकासी करने गया, तो मालूम चला कि मेरे खाते में एक भी पैसा नहीं है.
उक्त बातें एसपी के जनता दरबार में गुहार लगाते हुए जामो थाना क्षेत्र के दिल मोहम्मद ने कहीं. उन्होंने कहा कि 17 से 30 अप्रैल, 2015 के बीच लगभग 14 लाख रुपये की निकासी अवैध तरीके से कर ली गयी. उस वक्त मैं विदेश में था. लड़की की शादी के लिए घर आया, तो मामले का खुलासा हुआ.
इसकी शिकायत बैंक के वरीय अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी तक की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. हुजूर, आप पर भरोसा है, इस मामले में आप कार्रवाई करें, ताकि मुझे इंसाफ मिल सके. इसी तरह बारी- बारी से फरियादियों ने अपनी फरियाद एसपी के समक्ष गुरुवार को समाहरणालय में आयोजित कार्यालय प्रकोष्ठ में रखी.
वहीं नगर के इस्माइल शहीद रोड निवासी गुलाम मुस्तफा ने शिकायत की कि मुहल्ले के कुछ लोगों ने मेरी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है, जिसकी शिकायत जनता दरबार में कई बार कर चुका हूं. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. हुजूर, आप ही कार्रवाई कीजिए. वहीं जिलाधिकारी महेंद्र कुमार के जनता दरबार में भी फरियादियों की भीड़ सुबह से ही लगने लगी. डीएम महेंद्र कुमार ने बारी-बारी से लोगों की फरियाद सुनी.
विकलांग होने के बाद भी संबंधित सुविधाएं नहीं मिलने, तो किसी की वृद्धावस्था व विधवा पेंशन न मिलने की शिकायत थी. जमीन विवाद के मामले कम होते नजर नहीं आ रहे हैं. यहां आने वाले फरियादियों में अधिकतर की शिकायत पुलिस व अंचल कार्यालय के कर्मचारियों व अधिकारियों से थी. गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव निवासी जनक देव शाही ने शिकायत की कि नौतन मुख्यालय के समीप मेरी जमीन है,
उसकी नापी के लिए अंचल कार्यालय में मई से ही राशि जमा की, फिर भी आज तक नापी नहीं हो सकी. वहीं जीवी नगर थाना क्षेत्र के सरैया गांव के मो नूर आलम ने शिकायत की कि अवैध रूप से राजस्व कर्मचारी की मिली भगत से रजिस्टर टू में जमाबंदी की गयी है. यह विपक्षियों की साजिश है. उन्होंने निष्पक्ष जांच करने के लिए डीएम से गुहार लगायी. साथ ही कहा कि मालगुजारी रसीद काटने का आदेश दिया जाये. शाम तक फरियादियों की भीड़ जनता दरबार में लगी रही.