प्रभात खबर टोली, हसनपुरा(सीवान)
प्रखंड के हसनपुरा गुरुनानक मठ से गुरुवार की रात्रि हिंदू व मुसलिम दोनों समुदाय के लोगों द्वारा श्रद्घा पूर्वक ताजिया को निकाल कर बड़ी चौक होते हुए छोटी चौक ले जाकर रखा जाता है़ वर्षो से दोनों समुदाय के लोग एक साथ मिल कर हिंदू-मुसलिम एकता की मिशाल पेश करते हैं़ इस ताजिया के जियारत करने के लिये हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहते है़ वहीं दूसरी ओर उसरी खुर्द में भी लगभग तीन सौ वर्ष पुराना ताजिया रखा जाता है. बताया जाता है कि इस सेखुआ की लकड़ी पर नक्काशी के साथ इस ताजिया पर कारीगरी किया गया है़ जो देखने में काफी आकर्षक लगता है़ उसरी बुजुर्ग व उसरी खुर्द के अलावे अन्य गांवों के भी सैकड़ों हिंदू-मुसलिम इस ताजिया का जियारत करते है़ं इस ताजिया को लोग सरकारी ताजिया के नाम से जानते हैं. यह ताजिया पहले सात तल का बना था, लेकिन रख-रखाव के अभाव में अब सिर्फ मात्र चार तल ही रह गया है़
हजरत इमाम हुसैन को दी गयी श्रद्घांजली : हसनपुरा (सीवान): प्रखंड स्थित हसनपुरा में मानवाधिकार जागरूकता संगठन कार्यलय इमदाद मंजील परिसर में गुरूवार को अघ्यक्ष विजयकांत सिंह व हसनपुरा मानवाधिकार प्रखंड अध्यक्ष दिलशाद हुसैन की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित कर हजरत इमाम हुसैन (अ0) को खराजते अकिदत श्रद्घांजली दी गयी़ इस मौके पर कहा कि इसलामी कैलेंडर के प्रत्येक वर्ष प्रथम माह की दशवीं तिथि को यह मुर्हरम पर्व मनायी जाती है़ यह दिन हजरत इमाम हुसैन की षहादत दिवस है़ उनके महान त्याग और बलिदान की याद में मुर्हरम पर्व मनायी जाता है़ वही उन्होने यह भी कहा कि करबला की घटना इतिहास की एक एैसी घटना है़ जिसका दर्षन और संदेष प्रत्येक युग में मानव को प्रेरणा देते रहेगा़ आज से लगभग 1400 सौ वर्ष पहले हजरत इमाम हुसैन ने अपने 72 साथियों के साथ असत्य और अन्याय के खिलाफ जंग लड़ी थी़ और अपनी शहादत देकर न्याय एवं सत्य के लिये इतिहास रचा़ उन्होने संकल्प लिया कि हजरत इमाम हुसैन के महान आदर्षो और उनके दिखाये गये रास्ते पर चलकर मानवीय रक्षा करेगें़ इस अवसर पर रौनक अली खान, मोहम्मद इलियास, ऑन अली, दिलावर खान, सुहैल खान, जया इमाम, फिरोज हैदर, इसरार हैदर, लड्डू खान, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थ़े
यौमे आशूरा आज : हसनपुरा (सीवान) : प्रखंड के सभी मुसलिम क्षेत्रों में यौमे आशूरा आज शुक्रवार को मनाया जायेगा़ वही इस यौमे आशूरा यानी दस मुर्हरम को करबला के मैदानों में हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 असहाबीचों की कुर्बानी पर मनाया जाता है़ वही प्रखंड के मन्द्रापाली, हसनपुरा, उसरी खुर्द में शिया सामुदायों द्वारा जंजीरी मातम किया जाता है तथा जगह-जगह जूलूस व मातम करते हुए करबला तक जातम है़