सीवान : बुधवार को अपराह्न करीब सवा 12 बजे अप साइड से सीवान जंकशन की लाइन नंबर 12 पर आ रही एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे पश्चिम केबिन के समीप पटरी से उतर गये. चालक ने सुझ-बुझ दिखाते हुए ट्रेन को रोक दिया.वरना विद्युत पोल से डिब्बों के टकराने के बाद एक बड़ा हादसा हो सकता था.
48 घंटे में मालगाड़ी के बेपटरी होने की यह दूसरी घटना है.मालगाड़ी के बेपटरी होने के कारण यात्री ट्रेनों के परिचालन पर आंशिक असर पड़ा.प्वाइंट के डिस्टर्ब होने के कारण पूर्वी रेल केबिन को मैनुअली ऑपरेट करना पड़ा. करीब 18 घंटे बाद गुरुवार की सुबह करीब पांच बज कर 55 मिनट पर लाइन से डिब्बों को हटाया गया तथा करीब पौने सात बजे लाइन को ओके किया गया.
बुधवार को रेलवे का आरएनसी रेक सीवान होकर जा रहा था. इसी क्रम में पूर्वी केबिन के समीप मालगाड़ी की पीछे से तीन डिब्बों को छोड़ कर अन्य तीन डिब्बे पटर से उतर गये. सूचना मिलते ही रेल अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और छपरा से लुकस वैन को डिब्बे उठाने के लिए बुलाया गया. दुर्घटना के बाद डिब्बों के चक्के व अन्य पार्ट या तो टूट गये थे या खुल कर बाहर निकल गये थे.
इस कारण डिब्बों को हटाने में थोड़ी परेशानी हुई. प्वाइंट डिस्टर्ब होने के कारण केबिन ऑटोमटिक लॉक नहीं हो रहा था. इस कारण उसे मैनुअली ऑपरेट करना पड़ा. इस परेशानी से यात्री ट्रेनों के परिचालन में आंशिक रुकावट आयी. घटना के पीछे रेल अधिकारियों ने हादसे के कारण का ठिकरा कैरेज विभाग के सिर पर फोड़ा .
लाइनों के रख-रखाव में कमी को रेल अधिकारियों ने नजर अंदाज कर दिया. घटना के संबंध में सिगनल विभाग के इंस्पेक्टर,सेक्शन इंजीनियर रेल पथ और स्टेशन अधीक्षक ने एक ज्वाइंट रिपोर्ट बनाने के बाद विभाग को भेज दी. ज्वाइट रिपोर्ट बनाने में कैरेज विभाग के किसी अधिकारी को शामिल नहीं किये जाने की चर्चा है.