सीवान : करीब छह माह में जीर्णोद्धार का कार्य पूरा होने के बाद अक्तूबर महीने में ही सदर अस्पताल के आपात कक्ष को एनजीओ ने सौंप दिया, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद उसे चालू करने के प्रति स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह उदासीन है. अप्रैल में जब आपात कक्ष के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया गया, तो पुरुष वार्ड में ही आपात कक्ष को अस्थायी तौर पर चालू किया गया.
पुरुष वार्ड व आपात कक्ष एक साथ चलने से पुरुष वार्ड में भरती मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.जब मरीजों की संख्या अधिक हो जाती है, तब मरीजों को भरती करने के लिए बेड कम पड़ जा रहे हैं. एनजीओ द्वारा कार्य कराये जाने के बाद आपात कक्ष में बिजली की वायरिंग का कार्य शेष रह गया है, जिसे सदर अस्पताल प्रशासन को कराना है.
सदर अस्पताल में रोज नये-नये कार्य हो रहे हैं, लेकिन आपात कक्ष को चालू करने में कोई अधिकारी रुचि नहीं ले रहा है.पुराने ओटी व पुरुष वार्ड के जीर्णोद्धार का मामला लटका : आपात कक्ष के बाद सदर अस्पताल के पुराने ओटी व पुरुष वार्ड का जीर्णोद्धार कराने की योजना थी. लेकिन आपात कक्ष के जीर्णोद्धार के बाद न तो पुरुष वार्ड और न पुराने ओटी का जीर्णोद्धार कार्य शुरू हुआ.
दोनों कक्षों का फर्श इतना नीचे हो गया है कि बरसात होने पर गंदगी के साथ बरसात का पानी अंदर चला आता है. पुरुष कक्ष में तो करीब दो फुट पानी लग जाता है.सदर अस्पताल परिसर की पूरी गंदगी वार्ड में तैरने लगती है. इस साल बरसात कम होने के कारण मरीजों को परेशानी कम हुई. इसी तरह पुराने ओटी में भी बारिश होने पर गंदा पानी प्रवेश कर जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारीसदर अस्पताल का आपात कक्ष जीर्णोद्धार के बाद भी चालू क्यों नहीं हो रहा है? इस बात की जानकारी उपाधीक्षक ही दे सकते हैं. उपाधीक्षक के छुट्टी से लौटने के बाद इस बात की जानकारी ली जायेगी कि चालू करने में क्या पेच फंसा है.डॉ नवल किशोर प्रसाद, एसीएमओ सहायक उपाधीक्षक के रहते दूसरे डॉक्टर को मिला प्रभार सीवान .
सदर अस्पताल में सहायक उपाधीक्षक के रहते हुए उपाधीक्षक के छुट्टी पर जाने के बाद दूसरे डॉक्टर को प्रभार देना चर्चा का विषय बना हुआ है. विभाग में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि जब सरकार ने सहायक उपाधीक्षक का पद सृजित करते हुए उस पद पर डॉ सुरेश शर्मा को पदस्थापित कर दिया है,
तो उपाधीक्ष के छुट्टी पर जाने पर डॉक्टर इसरायल को प्रभार क्यों दिया गया? क्या यह प्रोटोकाल का उल्लंघन नहीं है? विभाग ने करीब छह माह पहले अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी संचारी रोग का नया पद सृजित कर सिसवन रेफरल अस्पताल के डॉ सुरेश शर्मा को पदस्थापित किया. इन्हें यक्ष्मा व कुष्ठ विभाग की जिम्मेवारी मिल चुकी है. शीघ्र ही मलेरिया व फाइलेरिया विभागों की भी जिम्मेवारी मिलने वाली है.