सीवान : दुर्गापूजा व मुहर्रम समाप्त होने के बाद ट्रेनों में कम हुई भीड़ अब फिर बढ़ने लगी है. नवंबर माह त्योहारों का माह होगा. दीपावली से लेकर सर्वाधिक लोकप्रिय छठ व कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का असर ट्रेनों में सफर करने वालों की भीड़ में साफ दिखता है. ऐसे में घर लौटने वाले परदेसियों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं.
महानगर से आने वाली ट्रेनों में सर्वाधिक भीड़ : बिहार का छठ सबसे प्रमुख त्योहार माना जाता है.ऐसे में दीपावली के पहले से ही यात्रियों का घर आना शुरू हो जाता है.भीड़ का आलम इस कदर है कि नवंबर माह के प्रथम सप्ताह से ही महानगरों की तरफ से आने वाली अधिकतर ट्रेनों में वेटिंग टिकट ही मिल पा रहे हैं,
जिसके चलते भीड़ बढ़ने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ेगी.तत्काल टिकट के लिए सर्वाधिक परेशानी : तत्काल टिकट लेने के समय में परिवर्तन होने के अधिकतर यात्रियों की परेशानी बढ़ गयी है.एसी क्लास के तत्काल टिकट के लिए सुबह दस बजे तथा नन एसी के लिए सुबह ग्यारह बजे का समय निर्धारित किया है.ऐसे में ग्रामीण इलाके से आने वाले यात्रियों को सर्वाधिक परेशानी उठानी पड़ रही है.
सुबह आठ बजे से दस बजे तक तथा इसके बाद बारह बजे से टिकट के लिए उन्हें इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में एक टिकट के लिए उनका पूरा दिन गुजर जाता है.क्या कहते है डीसीआइ तत्काल एसी टिकट सुबह दस बजे तथा नन एसी तत्काल का आरक्षण ग्यारह बजे से मिल रहा है. सीवान जंक्शन के तीनों पीआरएस काउंटरों पर यात्रियों के लिए यह सुविधा दी गयी है. किसी भी यात्री को परेशानी नहीं हो रही है. पीके श्रीवास्तव