36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आठ साल के बच्चे को दुकानदार ने दिया एक्सपायर इंजेक्शन

जिले में औषधि विभाग की लापरवाही के कारण आये दिन मरीजों को दवा दुकानों से एक्सपायर्ड दवा मिल रही है. मरीजों को जब इस बात की जानकारी होती है कि दवा एक्सपायर्ड है, तब तक मरीज या तो दवा खा रहा होता है या दवा खत्म हो गयी होती है बाजार में दवा दुकानदारों द्वारा […]

जिले में औषधि विभाग की लापरवाही के कारण आये दिन मरीजों को दवा दुकानों से एक्सपायर्ड दवा मिल रही है. मरीजों को जब इस बात की जानकारी होती है कि दवा एक्सपायर्ड है, तब तक मरीज या तो दवा खा रहा होता है या दवा खत्म हो गयी होती है

बाजार में दवा दुकानदारों द्वारा जो दवा बेची जा रही है उसकी गुणवत्ता कैसी है. इसकी जांच की विभाग के अधिकारियों को फुर्सत नहीं है. दरौंदा थाने के राजपुर पसीवड़ निवासी राजकेश्वर शर्मा ने अपने आठ माह के पोते को कान बहने पर शहर के एक प्रतिष्ठित इएंडटी डॉक्टर से दिखाया तथा उनके बगल के मेडिकल स्टोर से दवा खरीदी. दवा में 125 पावर का बेगासेफ के पांच इंजेक्शन भी था.
उन्होंने बताया कि जब पांच में से चार इंजेक्शन उसके पोते को लग गये, तो उन्होंने देखा कि दवा, तो मई माह में एक्सपायर हो चुकी है. उसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी डॉक्टर को दी.उन्होंने बताया कि दवा का कैश मेमो भी लिया है, जिसमें डेट ऑफ एक्सपायरी की तिथि दूसरी लिखी है.
कुल दवा दुकानों में एक तिहाई है थोक दवा दुकानें : जिले में करीब 1787 दवा की थोक व खुदरा दुकानें हैं. इसमें से करीब 591 थोक,617 खुदरा, आठ थोक व खुदरा तथा 557 रेस्टीकटेड दवा की दुकानें शामिल हैं. इसके अलावा होमियोपैथ की चार थोक,पांच खुदरा तथा पांच थोक व खुदरा दवा की दुकानें हैं.
इन दवा की दुकानों की देखभाल करने के लिए मात्र तीन औषधि निरीक्षक विभाग में हैं. करीब एक औषधि निरीक्षक के जिम्मे एक माह में करीब छह सौ दवा की दुकानों की देखभाल करने की जवाबदेही है. विभाग के अधिकारियों को कार्यालय के काम से ही फुर्सत नहीं है कि वे बाजार में बिक रही दवाओं की गुणवत्ता के लिए सैंपल इकठ्ठा कर जांच के लिए भेजें.
जिले में जितने दवा की दुकानें हैं, उनमें से करीब एक तिहाई थोक दुकानें हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी किसी भी व्यक्ति ने आकर शिकायत नहीं की है कि उसे किसी दवा दुकान से एक्सपायर दवा मिली है. शिकायत मिलने पर उस संबंध में निश्चित तौर पर कार्रवाई की जायेगी. दवा खरीदने के बाद लोगों को दवा का रसीद तुरंत लेना चाहिए. इससे पता चलता है कि किस दुकानदार ने दवा बेची है.
जिले में औषधि विभाग की लापरवाही के कारण आये दिन मरीजों को दवा दुकानों से एक्सपायर्ड दवा मिल रही है. मरीजों को जब इस बात की जानकारी होती है कि दवा एक्सपायर्ड है, तब तक मरीज या तो दवा खा रहा होता है या दवा खत्म हो गयी होती है.
बाजार में दवा दुकानदारों द्वारा जो दवा बेची जा रही है उसकी गुणवत्ता कैसी है. इसकी जांच की विभाग के अधिकारियों को फुर्सत नहीं है. दरौंदा थाने के राजपुर पसीवड़ निवासी राजकेश्वर शर्मा ने अपने आठ माह के पोते को कान बहने पर शहर के एक प्रतिष्ठित इएंडटी डॉक्टर से दिखाया तथा उनके बगल के मेडिकल स्टोर से दवा खरीदी. दवा में 125 पावर का बेगासेफ के पांच इंजेक्शन भी था.
उन्होंने बताया कि जब पांच में से चार इंजेक्शन उसके पोते को लग गये, तो उन्होंने देखा कि दवा, तो मई माह में एक्सपायर हो चुकी है. उसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी डॉक्टर को दी.उन्होंने बताया कि दवा का कैश मेमो भी लिया है, जिसमें डेट ऑफ एक्सपायरी की तिथि दूसरी लिखी है.
कुल दवा दुकानों में एक तिहाई है थोक दवा दुकानें : जिले में करीब 1787 दवा की थोक व खुदरा दुकानें हैं. इसमें से करीब 591 थोक,617 खुदरा, आठ थोक व खुदरा तथा 557 रेस्टीकटेड दवा की दुकानें शामिल हैं. इसके अलावा होमियोपैथ की चार थोक,पांच खुदरा तथा पांच थोक व खुदरा दवा की दुकानें हैं.
इन दवा की दुकानों की देखभाल करने के लिए मात्र तीन औषधि निरीक्षक विभाग में हैं. करीब एक औषधि निरीक्षक के जिम्मे एक माह में करीब छह सौ दवा की दुकानों की देखभाल करने की जवाबदेही है. विभाग के अधिकारियों को कार्यालय के काम से ही फुर्सत नहीं है कि वे बाजार में बिक रही दवाओं की गुणवत्ता के लिए सैंपल इकठ्ठा कर जांच के लिए भेजें.
जिले में जितने दवा की दुकानें हैं, उनमें से करीब एक तिहाई थोक दुकानें हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी किसी भी व्यक्ति ने आकर शिकायत नहीं की है कि उसे किसी दवा दुकान से एक्सपायर दवा मिली है. शिकायत मिलने पर उस संबंध में निश्चित तौर पर कार्रवाई की जायेगी. दवा खरीदने के बाद लोगों को दवा का रसीद तुरंत लेना चाहिए. इससे पता चलता है कि किस दुकानदार ने दवा बेची है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें