सबसे अधिक सोलर लाइट पर टुन जी पांडे ने किया खर्च
सीवान : जिले के जजर्र विद्युत तार व ट्रांसफॉर्मर में सुधार से लेकर जजर्र सड़कों के पुन:निर्माण समेत विभिन्न योजनाओं में मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना से पांच वर्ष में साढ़े छह हजार करोड़ से अधिक की रकम खर्च हुई. जिले के विधायक व विधान पार्षद के प्रस्ताव पर कराये गये कार्यो में कई माननीय ने विद्युत आपूर्ति में सुधार के लिए ट्रांसफॉर्मर लगाने का प्रस्ताव दिया, तो अधिकतर ने विद्यालयों को फर्नीचर तथा पुस्तकों के नाम पर लाखों खर्च कर डाले. इसके बाद भी जजर्र सड़क, खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर समेत बुनियादी समस्या लगातार बढ़ती जा रही हैं. इससे लोगों में नाराजगी है.
जिले के निर्वाचित आठ विधायक व विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले आधा दर्जन विधान परिषद सदस्यों का यहां से नाता है. इनके प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री विकास योजना के तहत प्रतिवर्ष विकास की रूपरेखा तय की जाती है,जिसमें आमतौर पर यह शिकायत रहती है कि योजनाओं के चयन में अधिकतर जनप्रतिनिधियों ने जन साधारण की जरूरत का ख्याल करने के बजाय अपने चहेते लोगों के प्रस्ताव पर अधिक मेहरबान रहे.
विधानमंडल सदस्य के प्रस्तावों पर एक नजर
व्यासदेव प्रसाद, विधायक, सीवान: वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में छह करोड़ 14 लाख पांच हजार के विभिन्न 88 प्रस्ताव दिये, जिनमें 79 प्रस्ताव निर्माण समेत अन्य क्षेत्र के थे, जबकि नौ प्रस्ताव ट्रांसफॉर्मर के थे.
इन पर विभाग के मुताबिक कार्य चल रहा है.
आशा पाठक,विधायक, जीरादेई :वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में छह करोड़ नौ लाख 15 हजार रुपये के कुल 43 प्रस्ताव दिये. सभी प्रस्ताव निर्माण क्षेत्र से जुड़े थे. ट्रांसफॉर्मर व सोलर लाइट पर विधायक ने कोई प्रस्ताव नहीं दिया.
रामायण मांझी, विधायक, दरौली : वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में छह करोड़ 13 लाख रुपये का प्रस्ताव दिया, जिनमें कुल 64 प्रस्तावों में से दो प्रस्ताव ट्रांसफॉर्मर के थे, जबकि शेष प्रस्ताव अन्य कार्यो के लिए विधायक द्वारा दिये गये.
विक्रम कुंवर, विधायक, रघुनाथपुर : वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में छह करोड़ 20 लाख 79 हजार रुपये का प्रस्ताव दिया, जिसमें सबसे अधिक ट्रांसफॉर्मर के लिए 60 तथा सोलर लाइट के लिए 37 प्रस्ताव विधायक ने दिये.शेष 42 प्रस्ताव विधायक द्वारा निर्माण समेत अन्य कार्यो के लिए दिये.
कविता कुमारी, विधायक, दरौंदा: वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में चार करोड़ 52 लाख 64 हजार का प्रस्ताव विधायक द्वारा दिया गया.इसमें विभिन्न योजनाओं के 32 प्रस्ताव शामिल हैं.जबकि सौ सोलर लाइटों की निविदा का प्रस्ताव प्रक्रिया में अभी है.
श्याम बहादुर सिंह, विधायक, बड़हरिया : वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में छह करोड़ 15 लाख 84 हजार रुपये के 89 प्रस्ताव दिये, जिसमें से 31 प्रस्ताव ट्रांसफॉर्मर बदलने के हैं तथा शेष प्रस्ताव विभिन्न कार्य योजना से जुड़े 58 हैं.
स्व दामोदर सिंह/डॉ देवरंजन सिंह, विधायक,महाराजगंज : वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में पांच करोड़ 98 लाख 96 हजार रुपये का कुल 347 प्रस्ताव दिया गया, जिसमें से 52 ट्रांसफॉर्मर बदलने तथा अन्य 295 प्रस्ताव विभिन्न मदों में रहे.
स्व भूपेंद्र नारायण सिंह, गोरेयाकोठी : वर्ष 2011-12 से वर्ष 2014-15 में सात करोड़ 22 लाख 43 हजार का प्रस्ताव दिया गया, जिसमें से सभी 71 प्रस्ताव निर्माण समेत विभिन्न क्षेत्रों के लिए थे.
मनोज सिंह, एमएलसी : वर्ष 2011-12 व 2012-13 में कुल तीन करोड़ 64 लाख 42 हजार के 51 प्रस्ताव दिये गये,जिनमें से 48 प्रस्ताव निर्माण क्षेत्र तथा तीन प्रस्ताव ट्रांसफॉर्मर के लिए थे. श्री सिंह द्वारा कार्यकाल पूरा करने के पहले ही संसदीय चुनाव में हिस्सा लेने के चलते एमएलसी की सदस्यता समाप्त हो गयी.
टुन जी पांडे,एमएलसी : वर्ष 2014-15 में दो करोड़ 37 लाख रुपये के 340 प्रस्ताव दिये गये, जिसमें 320 सोलर लाइट तथा सात ट्रांसफॉर्मर बदलने के प्रस्ताव थे. शेष 13 प्रस्ताव निर्माण क्षेत्र के लिए थे.
शिव प्रसन्न यादव,एमएलसी : विधान पार्षद की तरफ से तीन करोड़ से अधिक का प्रस्ताव दिया गया.उनके द्वारा 303 प्रस्ताव दिये गये, जिनमें से 283 सोलर लाइट पर थे.
महाचंद्र प्रसाद,एमएलसी : विधान पार्षद द्वारा 75 लाख के नौ प्रस्ताव दिये गये. सभी प्रस्ताव निर्माण क्षेत्र से जुड़े हैं.
केदार पांडे, एमएलसी : विधान पार्षद द्वारा 80 लाख रुपये के 11 प्रस्ताव दिये गये, जिनमें सोलर लाइट व ट्रांसफॉर्मर के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है.
मंगल पांडे,एमएलसी : विधान पार्षद द्वारा पांच करोड़ के 26 प्रस्ताव दिये गये, जिनमें से सात प्रस्ताव ट्रांसफॉर्मर व 19 प्रस्ताव अन्य कार्यो से जुड़े हुए हैं.
पीके शाही, एमएलसी : विधान पार्षद द्वारा तीन करोड़ रुपये के कुल 26 प्रस्ताव दिये गये, जिनमे से सभी निर्माण व अन्य क्षेत्र से जुड़े हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना के तहत विधान मंडल सदस्यों के प्रस्ताव पर कार्य कराये गये.कई प्रस्ताव विलंब से आने के चलते अनुमोदन में देरी के कारण अभी कार्य पूरा नहीं हो सका है.
कन्हैया राम,जिला योजना पदाधिकारी,सीवान