सीवान: शुक्रवार को महावीरी झंडे के मौके पर भगवान महावीर की भव्य शोभायात्र निकाली गयी. जिला प्रशासन ने पूरे समय तक लक्ष्मण रेखा पर तत्पर रह कर प्रत्येक अखाड़ों को शांतिपूर्वक, अनुशासित एवं सुव्यवस्थित ढंग से निकालने में लगा रहा. शोभायात्र में शामिल युवकों का उत्साह देखते ही बन रहा था. उधर महावीरी अखाड़ा जुलूस को देखने के लिए लोग, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग व बच्चे तक शामिल थे अपने घरों से बाहर निकल कर सड़कों के किनारे अथवा अपने- अपने छतों व गैलरियों में देर रात तक जमे थे. शोभायात्र में जय श्री राम के नारों के साथ- साथ कई तरह के भक्ति गीतों की धूम रही. महावीरी अखाड़ा के जुलूस में जिला प्रशासन ने बवाल को रोकने के लिए शोभायात्र में आपत्तिजनक झांकियों पर पूरी तरह से रोक लगा रखी थी. साथ ही ऑर्केस्ट्रा पर भी रोक थी. इसके बावजूद शोभायात्र में शामिल झांकियां लोगों का मन मोह रही थीं. वर्तमान राजनीतिक परिवेश से लेकर देश की अर्थव्यवस्था को प्रदर्शित करने वाली विविध प्रकार की झांकियां महावीरी अखाड़ा जुलूस में निकाली गयी थी और झांकियों के पीछे समूह में नाच-गाकर और करतब दिखा कर चल रहे युवक अपना उत्साह दिखा रहे थे. वहीं जिला प्रशासन की रोक के बाद भी महावीरी अखाड़ा जुलूस में बैंड बाजे और डीजे की धून पर खूब ईल गीत बजे.
करतब दिखाने में टूटा बांस, सिपाही घायल : चौक बाजार बड़ी मसजिद के पास करतब दिखाने के क्रम में अखाड़ा नंबर एक में शामिल उत्साही युवकों में से एक युवक की बांस की लाठी टूट गयी और उसका एक हिस्सा सड़क किनारे खड़े बड़हरिया थानाध्यक्ष के साथ मौजूद एक आरक्षी अजय कुमार को लग गया, जिससे आरक्षी जख्मी हो गया. घायल आरक्षी को आनन-फानन में अखाड़ा समिति के सदस्यों व पुलिस पदाधिकारियों द्वारा सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
खूब बांटे फल, मिठाई व पानी : शोभायात्र में शामिल अथवा चौक बाजार बड़ी मसजिद के पास वस्तु स्थिति पर निगरानी के लिए उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों व सुरक्षाबलों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, उसके लिए अखाड़ेदारों द्वारा फल, मिठाई, समोसा पानी आदि के व्यापक इंतजाम किये गये थे. समिति के कई सदस्य अखाड़े में शामिल युवकों को पानी व शरबत भी पिला रहे थे.
कंट्रोल रूम में जमा थे अधिकारी : अनुशासित ढंग से प्रत्येक अखाड़ों को निकालने के लिए चौक बाजार बड़ी मसजिद के पास निर्मित कंट्रोल रूम के पास जिला प्रशासन के अतिरिक्त नगर के तमाम गण्यमान्य व्यक्ति जमे हुए थे और अखाड़ों को निकलने में मदद कर रहे थे.
इनमें नव नियुक्त जिलाधिकारी देवेश सेहरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार, एएसपी विवेकानंद, एसडीओ दुर्गेश कुमार, टाउन इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह, मैरवा थानाध्यक्ष रमेश कुमार मिश्र आदि के अतिरिक्त लालबाबू सर्राफ, जिला अभियंता धनंजय मणि तिवारी, अधिवक्ता राजीव रंजन राजू, प्रदीप कुमार रोज, सलील सिद्दीकी पिंकू, भृगुनाथ प्रसाद, फरीद साहब, नागमणि पाठक उर्फ बमबम पाठक, प्रमील कुमार गोप, देवेंद्र गुप्ता, मो. मुमताज, नगर सभापति बबलू चौहान, अभिषेक कुमार जिम्मी, इकबाल अहमद, पांडेय रामेश्वरी शरण, डॉ बी इमाम, मोहम्मद इशहाक सहित कई गण्यमान्य नागरिक थे.
नहीं दिखे सांसद, जदयू जिलाध्यक्ष और भाजपा के जिलाध्यक्ष : महावीरी अखाड़ा जुलूस को शांतिपूर्वक पास कराने के लिए जिला प्रशासन का लगभग हर अधिकारी मौजूद था, लेकिन कंट्रोल रूम में सांसद ओमप्रकाश यादव, जदयू जिलाध्यक्ष मंसूर आलम और भाजपा जिलाध्यक्ष प्रो. अभिमन्यु कुमार सिंह नहीं दिखे. इसी प्रकार विधान पार्षद मनोज कुमार सिंह की अनुपस्थिति भी उनके समर्थकों को खल रही थी.