सीवान : मंगलवार को शहर के जिप्सी कैफे में राज्य के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान मेंटर्स एडुसर्व द्वारा एक सेमिनार को आयोजन किया गया. जिसमें जेइइ व एआइपीएमटी की तैयारी करनेवाले छात्र -छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गयीं. मेंटर्स के निदेशक आनंद जायसवाल ने सेमिनार में उपस्थित छात्रोंे व अभिभावकों को आइआइटी व मेडिकल की तैयारी से संबंधित मेंटर्स फामरूले के बारे में विस्तार से बताया.
उन्होंने कहा कि बदले हुए पैटर्न के अनुसार आइआइटी में बोर्ड मार्क्स के वेटेज को ध्यान में रख कर छात्रों को आइआइटी की तैयारी कराना शुरू किया है, जिससे कि छात्र जेइइ इंट्रेंस में आसानी से व अच्छे रैंक से सफल हो सके. श्री जायसवाल ने मेडिकल की तैयारी के लिए मेंटर्स डीएनए द्वारा दिये जा रहे सुविधाओं को छात्रों व अभिभावकों के सामने रखा. उन्होंने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य सूबे के प्रतिभाशाली छात्र व छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ रैंक दिलाना है. जिसके लिये संस्था की ओर से कई रणनीति बनायी गयी है.
मेंटर्स एडुवर्ड की टीम में दिल्ली, हैदराबाद व कोटा सहित देश के अन्य शहरों में संचालित प्रमुख कोचिंग संस्थानों के निदेशकों को पटना बुला कर एक टीम तैयार की गयी है, जो संस्था के छात्र छात्राओं के लिये प्रैक्टिकल व पाक्षिक टेस्ट की व्यवस्था करती है. मेंटर्स एडुवर्ड के पास छात्रों की शंकाओं के निदान के लिये स्टूडेंट्स डाउट क्लियरिंग सेल की व्यवस्था हैं जहां वरिष्ठ शिक्षकों की टीम छात्रों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती है. श्री जायसवाल ने बताया कि नये जेईई पैटर्न में 40 प्रतिशत महत्व बार्ड के अंकों का है और 60 प्रतिशत महत्व जेइइ मेन स्कोर का हैं. जिसके द्वारा एनआइटी व आइआइटी एवं अन्य राज्य संपोषित एवं केंद्र संपोषित संस्थानों में दाखिला होता है.
उन्होंने कहा कि आइआइटी में नामांकन के लिए एक छात्र को टॉप 20 प्रतिशत में होना अथवा अपने बोर्ड में 75 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है. बार्ड परीक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए हमारी शिक्षण प्रणाली में सबजेक्टिव तरीका रखा गया है, ताकि छात्र बार्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकें. श्री जायसवाल ने बताया कि छात्रों के लिए मेंटर्स एडुवर्ड ने 11 अप्रैल को बोरिंग रोड व कंकड़बाग में प्रवेश सह छात्रवृत्ति परीक्षा का आयोजन किया गया है, जिसमें छात्रों को उनकी योग्यता के अनुसार सौ फीसदी तक छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी. वही अति विशेष प्रदर्शन करनेवाले छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी.