सीवान: जिले में मनरेगा के कार्य को गति प्रदान करने के लिए मॉनीटरिंग की व्यवस्था जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के द्वारा ंकी गयी है. इसके तहत मनरेगा के कार्यों के आधार पर हर महीने में प्रखंडों की रैंकिंग करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. इससे हर महीने प्रखंडों का प्रदर्शन कार्य की स्थिति के हिसाब से बदलता रहता है. डीआरडीए सूत्रों के अनुसार रैंकिंग होने से मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता के साथ- साथ गति भी मिलना शुरू हो गयी है.
कैसे की जा रही रैकिंग
उपविकास आयुक्त राकेश कुमार ने बताया की रैंकिंग की इस लिस्ट को विभागीय वेबसाइट पर भी अपलोड किया जा रहा है. श्री कुमार ने बताया कि रैंकिंग के लिए 13 प्वाइंट निर्धारित है. इन प्वाइंटों में रोजगार सृजन, कार्य संपन्न होने का प्रतिशत पूर्ण कार्यों का फोटो डिटेल, महिलाओं की भागीदारी, मास्टर रोल की स्थिति, मजदूरी भुगतान की स्थिति, बैंक से मजदूरी भुगतान की स्थिति, एससी-एसटी मजदूरों की भागिदारी समेत अन्य प्वाइंट शामिल हैं. डीडीसी ने बताया कि जुलाई तक की रैकिंग के अनुसार सिसवन प्रखंड जिले में सबसे अव्वल रहा है, तो महाराजगंज प्रखंड सबसे फिस़ड्डी रहा है. गौरतलब हो कि सिसवन प्रखंड लगातार कई महीने से जिले में अव्वल बना हुआ है. डीडीसी श्री कुमार ने बताया कि जुलाई महीने की रैकिं ग में जिले में 19 प्रखंडो में से 11 प्रखंडों ने 100 में से 50 प्रतिशत अंक से ज्यादा लाया है. सिसवन प्रखंड को 62.21 प्रतिशत अंक मिला है, जबकि आठ प्रखंडों को 50 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त हुआ है. इनमें दरौली प्रखंड को 49.49 प्रतिशत तो महाराजगंज प्रखंड को 44.51 प्रतिशत अंक मिला है.
जुलाई में रैंकिंग की स्थिति
डीआरडीए द्वारा की गयी रैंकिंग के अनुसार जिले में प्रखंडों की रैंकिंग के अनुसार सिसवन प्रखंड को प्रथम स्थान मिला है तो आंदर को दूसरा, सीवान सदर को तीसरा, हसनपुरा को चौथा, हुसैनगंज को पांचवा, भगवानपुर हाट को छठा, गुठनी को सातवां, दरौदा को आठवां, नवतन नौवां, बड़हरिया को दशवां, पचरूखी ग्याहवां, दरौली बारहवां, रघुनाथपुर तेरहवां, गोरेयाकोठी चौदहावां, बसंतपुर पंद्रहवां, लकड़ीनबीगंज सोलहवां, मैरवा को सत्तरहवां, जिरादेई को आठरहवां व महाराजगंज प्रखंड 19वां स्थान मिला है.