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बारिश से गेहूं की फसल को हुई भारी क्षति
बेमौसम बारिश से गेहूं की गुणवत्ता होगी प्रभावित, मशीन से खेतों में फसल काटने में होगी परेशानी सोमवार को अचानक तेज पछुआ हवा के साथ हुई बारिश के कारण गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने का अनुमान है. इसके कारण किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं. कृषि कार्यालय के अनुसार […]
बेमौसम बारिश से गेहूं की गुणवत्ता होगी प्रभावित, मशीन से खेतों में फसल काटने में होगी परेशानी
सोमवार को अचानक तेज पछुआ हवा के साथ हुई बारिश के कारण गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने का अनुमान है. इसके कारण किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं. कृषि कार्यालय के अनुसार बारिश से फसल की गुणवत्ता में 15 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है. इस बारिश के कारण आम व लीची की फसल भी प्रभावित होगी.क्योंकि तेज हवा के कारण आम के मंजरों को भी क्षति पहुंची है.
सीवान :बेमौसम हुई बारिश से गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने की संभावना है. सोमवार की अहले सुबह तेज पछुआ हवा के झोंकों व बारिश ने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को गिरा दिया. गेहूं कटनी के शुरुआती दौर में ही मौसम ने किसानों को बैक फुट पर ला दिया है, जिससे उनके ललाट पर चिंता की लकीर खींच गयी हैं. दो सप्ताह पूर्व हुई बारिश से जहां किसान काफी चिंतित थे, वही इस बार की बारिश ने रही सारी कसर पूरी कर दी.
बेमौसम बारिश से गेहूं की गुणवत्ता प्रभावित होने की संभावना है. इससे उन किसानों को काफी नुकसान होगा, जिन्होंने बड़े पैमाने पर व्यावसायिक खेती की है. कृषि कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार बारिश से गुणवत्ता में 15 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है, जिससे उन्हें गेहूं की सही कीमत नहीं मिल पायेगी. जिले में एक लाख आठ हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती करने का लक्ष्य है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक हेक्टेयर में औसतन 30 क्विंटल गेहूं का उत्पादन होता है.
कटनी व दवरी में भी होगी परेशानी :
बारिश के कारण गिरी गेहूं की फसल की कटनी करने में भी काफी परेशानी होगी. सबसे ज्यादा परेशानी फसल को कंबाइन से कटवाने के समय होगी. क्योंकि गिरी फसल को कंबाइन अच्छी तरह से काटने में सक्षम नहीं होगा. इधर दवनी के बाद भंडारण करने के दौरान घुन भी जल्दी लग जायेगा.
आम व लीची का उत्पादन होगा प्रभावित: बारिश का सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव बागवानी पर पड़ेगा. इससे आम का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है. सहायक निदेशक पौधा संरक्षण अरविंद कुमार सिंह की मानें तो आम के पेड़ पर लगे मंजर के नुकसान होने से फल नहीं पकड़ पायेगा. वर्तमान समय पेड़ों पर मंजर में फूल लगने का है, जिसके बाद फल लगने की प्रक्रिया शुरू होगी. लेकिन बारिश होने व तेज आधी के चलने से फूल के गर जाने की संभावना हैं. वहीं लीची के साथ भी यही समस्या होगी.
क्या कहते हैं पदाधिकारी बारिश ने गेंहू की गुणवत्ता को बुरी तरह से प्रभावित किया है. इससे उन किसानों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा, जिन्होंने बड़े पैमाने पर व्यावसायिक खेती की है. इस बारिश से आम व लीची का उत्पादन भी प्रभावित होगा.
जयराम पॉल, जिला कृषि पदाधिकारी, सीवान
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