पहल : थाना स्तर पर गठित की जानी है समिति, युवाओं को मिलेगी विशेष तरजीह
सोशल पुलिसिंग अब समय और समाज की मांग व आवश्यकता बन गयी है. सोशल पुलिसिंग का उद्देश्य जनता से पुलिस का सीधे संवाद स्थापित करना व बेहतर संबंध बनाना है ताकि जनहित के मामलों का शीघ्र निष्पादन संभव हो सके. जनता के बीच पुलिसिया खौफ नहीं रहे और वह उनके मित्र की तरह काम करे. इसका उद्देश्य आम लोगों के बीच पुलिस की बनी नकारात्मक छवि को समाप्त करना है. इसको लेकर विगत दिनों जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिये गये थे. अब सोशल पुलिसिंग को और मजबूत करने व प्रत्येक माह थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित करने का निर्देश पुलिस महानिदेशक द्वारा जारी किया गया है.
सीवान : सोशल पुलिसिंग को और मजबूत बनाने के लिए अब हर महीने शांति समिति की बैठक करने का फैसला लिया गया है. पहले यह बैठक थाना स्तर पर किसी पर्व त्योहार व विशेष आयोजन के समय ही की जाती थी. इसका मुख्य उद्देश्य शांतिपूर्ण ढंग से इन पर्व त्योहारों का निष्पादन होता था. इसके बाद समिति के सदस्यों का कोई विशेष भूमिका नहीं होती थी. साथ ही किसी दुर्घटना आदि की स्थिति में विशेष शांति समिति का गठन कर स्थिति विशेष को संभाला जाता था. पुलिस विभाग ने यह महसूस किया कि जब विकट परिस्थिति में विशेष शांति समिति स्थिति सुधारने में सहायक सिद्ध होती है ,तो क्यों न नये सिरे से शांति समिति का गठन कर उसे पुलिस की कार्रवाई और कानून – व्यवस्था के सुधार में सहायक बनाया जाये.
क्या है योजना : अब थाना स्तर पर नये सिरे से शांति समिति का गठन किया जायेगा. जिसमें क्षेत्र के सिर्फ बड़े बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी उचित तरजीह दी जायेगी. इसके पीछे पुलिस का तर्क है कि युवा शांति समिति में ज्यादा सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने में भी इनकी मदद ली जा सकती है. इसके साथ ही समिति में सामाजिक कार्यो में सक्रिय लोगों और प्रबुद्ध लोगों को भी शामिल किया जाना है.
गतिविधियों की भी मिलेगी जानकारी : शांति समिति की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाने और उसके समुचित सदुपयोग का लक्ष्य रखा गया है. इसके माध्यम से इलाके में सक्रिय आपराधिक तत्वों और उनकी गतिविधियों व किसी घटना के संबंध में फीडबैक मिल सकेगी. जिससे पुलिस की कार्रवाई में सुविधा होगी.
क्या कहते हैं एसपी
पुलिस मुख्यालय द्वारा थाना स्तर पर नये सिरे से शांति समिति के गठन का निर्देश प्राप्त हुआ है और उसमें युवाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाना है. साथ ही अब शांति समिति की बैठक हर महीने आयोजित की जानी है. इससे पुलिस को सहयोग मिलेगा.
विकास वर्मन , पुलिस कप्तान सीवान