सीवान : मशरख के गंडामन में हुई घटना के बाद मध्याह्न् भोजन का बहिष्कार थमने का नाम नहीं ले रहा है.वर्तमान में विद्यालय में रोजना सुनायी पड़ने वाले कहकहरा व गिनती की जगह जिंदाबाद व मुर्दाबाद का नारा बुलंद हो रहा है. सबसे खास बात तो यह है अगर कोई अनजान व्यक्ति किसी विद्यालय पर पहुंच जाये, तो लोग उसे मारने–पीटने पर उतारु हो जा रहे हैं.
जगह–जगह हो रहे विरोध व घटनाओं को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे मध्याह्न् भोजन को बंद कर देना चाहिए. मालूम हो कि सरकार की महत्वपूर्ण योजना में से एक मिड डे मील योजना के चालू होने से विद्यालयों में छात्रों की काफी बढ़ोतरी हुई थी और बच्चे पढ़ाई के प्रति सजग भी हो गये.
शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश का लगातार विकास भी हो रहा था. इसी बीच छपरा जिले के मशरक के गंडामन स्थित प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न् भोजन में जहर डाल दिया गया. इस घटना में एमडीएम खाने से 24 बच्चों असमय काल के गाल में समा गये. वहीं दर्जनों पीड़ित हो गये.
जगह–जगह घटना का विरोध शुरू होने लगा. अभी घटना को बीते दो रोज भी नहीं हुए थे कि गोपालगंज के बरौली स्थित विद्यालय पर लगे चापाकल में जहर डालने की सूचना मिली. फिर क्या था जब कोई अनजान व्यक्ति चापाकल पर पहुंचता, लोग उसे मारने के लिए दौड़ पड़ते.
अभी दोनों मामले की जांच चल ही रही थी कि दरौंदा के बगौरा मध्य विद्यालय पर भी ऐसी ही घटना घटित हो गयी. दो दिन पहले पचरुखी प्रखंड के हरदिया गांव स्थित विद्यालय पर एक युवक जबरदस्ती फूड इंस्पेक्टर बता कर घुसने लगा. आक्रोशित ग्रामीणों ने उसकी जम कर धुनाई करते हुए उसकी बाइक को आग के हवाले कर दिया. लगातार हो रही इन घटनाओं ने विद्यालयों के पठन–पाठन को ठप कर दिया. फिलहाल लोगों के अनुसार विद्यालयों में मध्याह्न् भोजन को बंद कर देना उचित होगा.