17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आयुष डॉक्टरों की हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा चरमरायी

फोटो- 02- खाली पड़ी आयुष चिकित्सक की कुरसी. ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष डॉक्टरों के भरोसे हैं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीवान . अनुबंधित आयुष चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. मालूम हो कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आयुष चिकित्सकों के भरोसे ही चलते है. आयुष चिकित्सक […]

फोटो- 02- खाली पड़ी आयुष चिकित्सक की कुरसी. ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष डॉक्टरों के भरोसे हैं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीवान . अनुबंधित आयुष चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. मालूम हो कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आयुष चिकित्सकों के भरोसे ही चलते है. आयुष चिकित्सक संघ के आह्वान पर 15 दिसंबर से बेमियादी हड़ताल पर चले गये है. हड़ताल पर गये चिकित्सकों का कहना है कि बिहार सरकार द्वारा राज्य में 1544 आयुष चिकित्सकों की बहाली अनुबंध पर राज्य के विभिन्न अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में की गयी, लेकिन सरकार द्वारा हमेशा आयुष चिकित्सकों के हर स्तर पर अन्याय किया गया है, जिसके खिलाफ सितंबर व अक्तूबर माह में काला बिल्ला लगा कर विरोध जताया गया था. इसके बाद भी सरकार की नींद नहीं टूटी. उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर समय रहते मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो भूख हड़ताल करने तथा सड़क पर उतरने को विवश होंगे. मालूम हो कि जिले में 30 से अधिक आयुष चिकित्सक तैनात हैं. इनके हड़ताल पर जाने से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से आपात कालीन व ओपीडी सेवा ज्यादा बाधित है. रोगियों की परेशानी बढ़ने से सीएस व प्राथमिक चिकित्सा केंद्र के प्रभारियों को चिंता सताने लगी है. वहीं सदर अस्पताल के आयुष चिकित्सक के हड़ताल पर चले जाने से भी और मुश्किलें बढ़ती जा रही है. वर्जनचिकित्सकों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बाधित हुई है. फिर भी उपलब्ध संसाधनों के आधार पर बेहतर सेवा देने की कोशिश की जा रही है. डॉ अनिल कुमार चौधरी, सिविल सर्जन

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें