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चर्चित श्रीकांत हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का पुलिस ने किया दावा
सीवान : बहुचर्चित श्रीकांत हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस की मानें, तो भाजपा नेता श्रीकांत भारतीय हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों तक पुलिस पहुंच चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. परंतु जांच प्रभावित होने के कारण पुलिस कुछ भी बताने से बचना चाह […]
सीवान : बहुचर्चित श्रीकांत हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस की मानें, तो भाजपा नेता श्रीकांत भारतीय हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों तक पुलिस पहुंच चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
परंतु जांच प्रभावित होने के कारण पुलिस कुछ भी बताने से बचना चाह रही है. पुलिस का कहना है कि हत्या के समय श्री कांत के साथ रहे मनोज तुरहा द्वारा कोई सहयोग नहीं मिल पा रहा है और चिह्न्ति हत्यारों की पहचान में भी वे उदासीनता बरत रहे हैं. वहीं श्री कांत के परिवार द्वारा मनोज तुरहा का लगातार पक्ष लेने से भी पुलिस का धर्म संकट बढ़ता जा रहा है. पुलिस का कहना है कि घटना के एकमात्र चश्मदीद गवाह मनोज तुरहा द्वारा पुलिस के सहयोग से चिह्न्ति हत्यारों की गिरफ्तारी में सहायता मिलती.
मालूम हो कि 23 नवंबर की देर शाम एक शादी समारोह से लौटते वक्त नगर के कृष्णा सिनेमा के निकट बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने गोली मार कर सांसद प्रवक्ता सह भाजपा नेता की हत्या कर दी थी. इसके बाद उपजे जनाक्रोश से पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया था और मुजफ्फरपुर आइजी पारस नाथ, सारण डीआइजी विनोद कुमार को दो दिनों तक सीवान में कैंप करना पड़ा था. दो दिनों तक सीवान बंद रहा था और तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया था. मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार के नेतृत्व में इस घटना की जांच के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया था.
इन बिंदुओं पर हुई जांच
घटना की जांच के लिए गठित टीम लगातार प्रयासरत है और कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है. पेट्रोल पंप फुटेज, विभिन्न होटलों की पंजी व सीसीटीवी कैमरे की जांच की गयी. परंतु इनमें कोई विशेष सुराग नहीं मिल सका है. पुलिस ने इस मामले में एक दर्जन से अधिक आपराधिक चरित्र के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया. इस मामले में चंदन चौधरी की तरफ भी शक की सूई घूमी थी. इधर पुलिस ने शादी समारोह की सीडी व वीडियो फुटेज को खंगाला, जहां से लौटते वक्त श्री कांत की हत्या हुई थी. साथ ही पुलिस दिवंगत भाजपा नेता की पारिवारिक पृष्ठ भूमि व राजनीतिक साजिश के पहलुओं की भी जांच कर रही है.
शादी के समारोह से लगे थे पीछे
श्री कांत जिस शादी समारोह में शामिल होने गये थे, उनकी मौत वहां भी पीछा कर रही थी. इंतजार था तो सिर्फ वाजिब मौके का. हमेशा मुस्कुराते रहने वाले श्री कांत को क्या पता था कि अब वे चंद पल के ही मेहमान हैं. शादी के कैसेट और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच करते वक्त पुलिस की नजर उन तीन लोगों पर ठहरी हैं, जो हमेशा साये की तरह उनका पीछा कर रहे थे और उनकी हर गतिविधि पर बारिक नजर हैं. श्रीकांत शादी समारोह से निकलने के लिए इजाजत व दुआ-सलाम में व्यस्त थे तभी तीनों उनके पहले ही वहां से निकल लिये. टावर लोकेशन जांच के जद में भी यह बात सामने आयी है. समारोह से निकलते ही चंद मिनटों बाद ही यह तीनों इस घटना को अंजाम देते हैं.
क्या कहते हैं डीएसपी
श्रीकांत हत्याकांड में शामिल तीनों अपराधियों की पहचान कर ली गयी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं. शीघ्र ही वे सलाखों के पीछे होंगे. चश्मदीद के सहयोग से इसमें और सहायता मिलती.
विजय कुमार, मुख्यालय, डीएसपी सह प्रभारी एसपी
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