सीवान : मनरेगा व पेंशन वितरण में मनमानी को लेकर हुसैनगंज प्रखंड का पूर्वी हरिहास गांव शुरू से ही चर्चा में रहा है. दो माह पूर्व अनियमितता के मामले में दर्ज मुकदमे के बाद विभाग ही अब अपनी जांच के बाद क्लीन चिट देने की तैयारी में है.
मालूम हो कि दो माह पूर्व अखबारों में पूर्वी हरिहास गांव में मनरेगा के तहत फर्जी जॉब कार्ड जारी करने तथा दूसरों के नाम पर भुगतान कराने के मामले में मुखिया के खिलाफ कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसके बाद से ही मामला तूल पकड़ने लगा. इस बीच जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह के आदेश पर एक बार फिर विभागीय जांच शुरू की गयी. जांच के दौरान बताया जाता है कि पंचायत रोजगार सेवक ने जांच में एक ही नाम से दो जॉब कार्ड जारी होने के आरोप को गलत माना है. हालांकि अभी भी जांच जारी है.
ऐसे में अगर आरोप गलत पाया गया तो मुखिया को राहत मिल सकती है.इस संबंध में प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गयी है. इस संबंध में पूछे जाने पर डीआरडीए के निदेशक कुमार रामानुज का कहना है कि जांच में कुछ नये तथ्य सामने आये हैं. इस संबंध में कार्यक्रम पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इस बीच कहा जा रहा है कि अगर जांच में मुखिया के खिलाफ तथ्य नहीं हाथ लगे तो उन्हें न्यायालय से भी राहत मिल सकती है.