सीवान: मनरेगा के तहत हो रहे कार्यो के जमीनी सच्चई जानने के लिए किया जा रहा सोशल ऑडिट का कार्य खानापूर्ति तक ही सिमट कर रह गया है.
गांव के कार्यो का ग्रामीणों से ही सोशल ऑडिट कराने की सरकारी प्रक्रिया पर परदा डाल कर मात्र औपचारिकता निभाने की कोशिश चल रही है,जिससे ग्रामीणों में आक्रोश काफी है. जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ने वर्ष 2014-15 में मनरेगा के तहत हुए अब तक के कार्यो के सामाजिक अंकेक्षण का रोस्टर जारी किया, जिसके तहत प्रथम छमाही में हुए कार्य का सोशल ऑडिट एक से 11 सितंबर तक करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए पूर्व में व्यापक प्रचार- प्रसार के आदेश का अनुपालन न कर मात्र कागजी कोरम पर जोर दिया जा रहा है. ग्रामीणों का मानना है कि मनरेगा में बड़ी मात्र में अनियमितता हुई है, जिस पर परदा डालने की कोशिश हो रही है.
यहां होना हैं सोशल ऑडिट
छह सितंबर : पंजवार, घुरघाट, महुआरी (सीवान सदर), ओरमा, पकड़ी, फलपुरा, खेढया, कोइरीगांवा, कुड़वा,लकड़ी,मौलानापुर, कौड़िया, डुमरहर बुजुर्ग, मड़सर, पकवलिया, लिलारू, औरंगाबाद, महम्मदपुर (गोरयाकोठी), पूर्वी गुठनी, छाता, हंसुआ, जामापुर, जगतपुर, शिवदह, मुड़ियारी, मठिया, पिपरा, सहलौर, निख्ती कला.
आठ सितंबर : मझवलिया (जीरादेई), मुस्तफाबाद, खरसंडा, मानपुर, पतेजी, लकड़ी दरगाह, माधोपुर (बड़हरिया), राजापुर, महम्मदपुर (भगवानपुर हाट), महम्मदा, करोम, कशिला, पचबेनिया, पिरनथु खुर्द, रामगढ़, पचलखी, पिठौरी,पकड़ी(हसनपुरा),गभीरार, जीरादेई, मझवलिया (गोरेयाकोठी), ख्वासपुर, सिकटिया, सेमरा, मुरारपट्टी, सरौती, शंभोपुर, फुलवरिया, कचनार, नयागांव.
नौ सितंबर- सानी बसंतपुर, सोनुहला, पकवलिया (हुसैनगंज), पतार, नवलपुर, पड़रौना खुर्द, सरैया, श्रीकांत, मुराखास, उत्तरी साधन सुल्तानपुर, कृष्णापाली, सरहरवा (दरौली), रमसापुर, रसुलपुर, सैदपुर, रामापाली, सरांव, मंदरापाली, शेखपुरा, मियां के भटकन, लखनौरा, तक्कीपुर, सवेतापुर, नरकटिया, सुपौली,रघुनाथपुर,ग्यासपुर.
10 सितंबर : नरेंद्रपुर, सकरा, लकड़ी (लकड़ी नबीगंज), टेंघड़ा, सहसरांव (आंदर), राक्षोपाली, रामपुर, रसुलपुर, सूर्यपुरा, शंकरपुर, सरयां पड़ौली, हरनाटाड़,पांडेयपुर,सरारी दक्षिण, सरारी उत्तर, टड़वा खुर्द, पूर्वी हरिहास, गायघाट,उसरी बुजुर्ग, नवतन, सुरबाला, संठी, रामगढ़, रामपुर (सिसवन), सरसर,सियाडी.
11 सितंबर : सिसवा कला, सूर्यपुरा, उरमा मुकुंद, टड़वा, लहेजी, सदरपुर, सिकंदरपुर ,सुंदरपुर, तेतहली, सहसरांव (भगवानपुर हाट), सोंधानी, मीरजमुला, सरना, तियर, रूकुंदीपुर, सिरसांव, सतवार, सादीपुर, सिसई, सिधवल, ठेपहां, तितरा, पड़ौली, तेवथा, सेमरिया, तरवारा, उंखई,टांड़ी.
नहीं किया जा रहा प्रचार-प्रसार
सोशल ऑडिट के पूर्व कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार पर विशेष जोर देने का आदेश दिया गया है. इसके तहत दीवार लेखन,डुगडुगी पिटवाने का आदेश है. प्रचार- प्रसार के लिहाज से ग्राम पंचायत के सार्वजनिक भवन, विद्यालय,सामुदायिक भवन,उपस्वास्थ्य केंद्र होंगे. लेकिन इसका अनुपालन नहीं किया गया.कार्यक्रम पदाधिकारी,ग्राम पंचायत के मुखिया,रोजगार सेवक को यह जिम्मेवारी दी गयी है.
गांव के काम का गांव ही करता है सत्यापन
सोशल ऑडिट की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए गांव के निवासी तथा मनरेगा मजदूरों को ही जिम्मेदारी दी गयी है. इसके तहत सामाजिक अंकेक्षण फोरम में दो पढ़े-लिखे जॉब कार्ड धारक, कम-से-कम 10 प्रतिशत जॉब कार्डधारी या काम कर रहे जॉब कार्डधारी को पासबुक के साथ उपस्थित होना होगा.सभी लोगों को प्रत्येक योजना की विस्तृत जानकारी पंचायत के रोजगार सेवक को सोशल ऑडिट के दौरान देनी होगी.सभी पूर्ण व क्रियान्वित योजनाओं के दस्तावेज के साथ रोजगार सेवक उपस्थित रहेंगे.जन सुनवाई ग्राम के मुखिया के बजाय गांव का कोई निवासी करेगा.
बंद कमरों में हो रहा ऑडिट
सोशल ऑडिट गांव के पंचायत भवन या अन्य सार्वजनिक स्थान पर आयोजित करने का आदेश है.जबकि ऑडिट की प्रक्रिया बंद कमरों में की जा रही है. अब तक एक सितंबर से हुए सोशल अॅडिट की आमतौर पर यही शिकायत है. दरौंदा प्रखंड अंतर्गत बगौड़ा निवासी रामप्रवेश सिंह की शिकायत है कि एक सितंबर को अॅडिट की तिथि थी, लेकिन गांव में इस तरह का कोई आयोजन नहीं हुआ.यही शिकायत पुरुषोतिमा के शंकर कुमार की है.
सोशल ऑडिट के लिए प्रचार-प्रसार किया गया है.सभी ग्राम पंचायतों में निर्धारित तिथि को फोरम के सदस्य ऑडिट कर रहे हैं, जिसमें शिकायत व अनियमितता के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.
रजनीश शेखर,पीओ,प्रखंड सीवान सदर