सख्ती. डीएम ने सदर अस्पताल का किया निरीक्षण, शिशु ओपीडी में नहीं मिले डॉक्टर
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औचक निरीक्षण में मिलीं कई अिनयमितताएं
सख्ती. डीएम ने सदर अस्पताल का किया निरीक्षण, शिशु ओपीडी में नहीं मिले डॉक्टर दांत के ओपीडी में मशीन इंस्टाॅलेशन पर नाराज हुए डीएम सीवान : सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत लगाये गये शिविर के उद्घाटन के बाद जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने सदर अस्पताल के ओपीडी, महिला वार्ड तथा आपातकक्ष का […]
दांत के ओपीडी में मशीन इंस्टाॅलेशन पर नाराज हुए डीएम
सीवान : सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत लगाये गये शिविर के उद्घाटन के बाद जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने सदर अस्पताल के ओपीडी, महिला वार्ड तथा आपातकक्ष का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान शिशु रोग ओपीडी में कोई डॉक्टर नहीं था. सिविल सर्जन ने बताया कि महिला डॉक्टर रूबीना की ड्यूटी है, जो शिविर में महिलाओं की जांच कर रही हैं. थोड़ी ही देर में डॉ रुबीना आ गयीं. इसके बाद उन्होंने इंतजार कर रहे मरीजों को देखना शुरू किया.
दांत रोग के ओपीडी में डेंटिस्ट चेयर इंस्टालमेंट को देख डीएम काफी नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि जब मरीजों के इलाज का समय हो, उस समय यह काम नहीं होना चाहिए. महिला वार्ड में उन्होंने भरती महिला मरीजों से पूछा कि अस्पताल द्वारा उन्हें खाना मिलता है कि नहीं. एक महिला मरीज ने बताया कि सुबह में अंडा व ब्रेड मिला है. इसके बाद उन्होंने आपातकक्ष एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर को देखा.
मरीज के परिजन ने डीएम से की शिकायत: सीवान. जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के कौसड़ निवासी राजेंद्र यादव ने निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को एक आवेदन देकर लेखापाल शत्रुघ्न ठाकुर की शिकायत की. उसने बताया कि 28 अगस्त को उसके पुत्र वधू को बच्चा हुआ था. मातृत्व योजना के तहत मिलने वाली राशि खाते में नहीं गयी, तो उसने लेखापाल से इस संबंध में पूछा. उसने आरोप लगाया है कि जब वह पूछने आया तो लेखापाल ने गाली देते हुए भगा दिया. जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जानकारी मांगी. अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि पीएफएमएस से राशि उसके खाते में भेज दी गयी है. अस्पताल प्रशासन द्वारा भुगतान करने की बात कह कर कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया.
यह जांच का विषय है कि जब विभाग ने जेबीएसवाई के बैक लॉग को खत्म करने के लिए चेक से भुगतान करने का आदेश दिया है तो राजेंद्र यादव को किन कारणों से चेक से भगतान नहीं हुआ. लेखापाल शत्रुघ्न ठाकुर करीब तीन सालों से सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर हैं.
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