सीवान : मूसलधार बरसात से पूरे शहर में जलजमाव हो गया. शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाला राष्ट्रीय उच्च पथ तो पूरी तरह झील में तब्दील हो गया था. मुख्य सड़क की कई दुकानों व घरों में बरसात का पानी प्रवेश कर जाने से लोगों को काफी परेशानी हुई. शहर का ऐसा कोई मुहल्ला नहीं […]
सीवान : मूसलधार बरसात से पूरे शहर में जलजमाव हो गया. शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाला राष्ट्रीय उच्च पथ तो पूरी तरह झील में तब्दील हो गया था. मुख्य सड़क की कई दुकानों व घरों में बरसात का पानी प्रवेश कर जाने से लोगों को काफी परेशानी हुई. शहर का ऐसा कोई मुहल्ला नहीं था, जहां के लोगों को इस बारिश से परेशानी नहीं हुई हो.
नगर पर्षद द्वारा मुख्य नालों की सफाई बरसात के पहले नहीं कराये जाने से जलजमाव की स्थिति काफी अधिक देखने को मिली. नगर के फतेपुर बाइपास रोड, जिसमें कुछ माह पहले ही लाखों रुपये खर्च कर नालों का निर्माण किया गया है. यहां भी जलजमाव की समस्या देखने को मिली. बबुनिया रोड में लालकोठी के समीप बंद पड़े मुख्य नालों की सफाई नहीं होने से मखदुम सराय और महावीरी पथ के लोगों के घरों में बरसात का पानी प्रवेश कर गया.
मखदुम सराय मुहल्ले की स्थिति खराब
नगर के मखदुम सराय मुहल्ले के कई हिस्से इन दिनों नरक में तब्दील हो गये हैं. इस मुहल्ले में जल निकासी का कोई ठोस इंतजाम नहीं होने के कारण सालों भर लोगों को जलजमाव की समस्या से जूझना पड़ता है. दो दिनों से हो रही बारिश के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. यह समस्या मखदुम सराय मुख्य पथ, मिसकार टोली, लहेरा टोली, पोखरा पर मुहल्ला सहित अन्य हिस्साें की है. इसी तरह मुहल्ले के पुरानी पोखरे के लोगों को भी बारिश के मौसम आने-जाने में भी परेशानी हो रही है. लोग इन दिनों नरक में रहने को मजबूर हो गये हैं. कई घरों पानी भी घुस गया है. इससे लोगों को रहने में परेशानी हो रही है.
कॉलेज कैंपस में जलजमाव से बढ़ी परेशानी
सीवान. शहर स्थित प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय के कैंपस में जलजमाव हो जाने से प्रशिक्षण के लिए आ रहे शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दो दिनों से लगातार हो रही बारिश व जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से प्रशिक्षण प्राप्त करने आ रहे शिक्षकों को हाथ में जूता व चप्पल टांग कर कमरे में प्रवेश करना पड़ रहा है. इस कैंपस में प्रतिदिन 400 के करीब शिक्षकों को आना-जाना रहता है. महाविद्यालय के प्राचार्य रवींद्र सिंह कहते हैं कि इस बारे में कई बार निदेशक, शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र, पटना को पत्र लिखा गया है. परंतु, स्थिति यथावत है.
हालांकि प्राचार्य का कहना है कि मैरवा में बन रहे नये भवन में पीटीइसी के स्थानांतरण हो जाने से छात्रों को पानी की समस्या से निजात मिल जायेगी.
बरसात से खिले किसानों के चेहरे
रविवार से ले सोमवार की सुबह तक हो रहे तेज बारिश के कारण किसानों के चेहरे खिल गये हैं. खेतों में अच्छा पानी पड़ने से काफी राहत महसूस कर रहे हैं किसान. पंपिंग सेट व ट्यूबवेल के जरिये धान की रोपनी कर रहे किसानों के लिए यह बरसात वरदान साबित हो रही है, क्योंकि अब किसानों को धान के रोपनी करने के लिए पंपसेट सहित अन्य का सहारा नहीं लेना पड़ेगा.