सीवान : माॅनसून पूर्व जिले में हो रही बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है. इससे धान के बिचड़ा व मक्का सहित अन्य खरीफ फसल को काफी फायदा पहुंचने का अनुमान है. जिले में प्रमुख रूप से खरीफ फसल के अधीन धान, मक्का, अरहर, ज्वार व बाजरे की खेती के साथ-साथ सब्जी की भी खेती होती है. सांख्यिकी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मई माह में 64 एमएम तथा जून में अब तक 2.56 एमएम बारिश हो चुकी है. इसके और बढ़ने की संभावना है.
कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर के वैज्ञानिक डाॅ आरके मंडल का कहना है कि एक अंतराल पर हो रही बारिश से किसानों को काफी लाभ पहुंचेगा. श्री मंडल का कहना है कि इससे मिट्टी में नमी रहेगी,जो फसलों के लिए फायदेमंद है. धान का बिचड़ा गिराने का अनुकूल समय 25 मई से 30 जून तक है. कृषि वैज्ञानिक का यह भी कहना था कि मक्का,अरहर, ज्वार व बाजरा की खेती सहित सिजनल सब्जी की खेती के लिए भी यह बारिश फायदेमंद है. इधर, सांख्यिकी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मई माह में 24.9 एमएम बारिश होनी चाहिए थी जिसके एवज में 64.02 एमएम बारिश हो चुकी है. वहीं जून में 124.8 एमएम बारिश होनी है,
जिसके विरुद्ध अब तक 2.56 एमएम बारिश हो चुकी है. प्रखंड वार आंकड़ों पर गौर करें तो 8 जून को जिले में कुल वर्षापात 318.20 एमएम हुआ. सभी प्रखंडों को मिलाकर औसतन 15.91 एमएम बारिश हुई. सबसे अधिक भगवानपुर हाट में 77 एमएम तथा सबसे कम 2.6 एमएम सिसवन प्रखंड में हुई. इसी प्रकार बसंतपुर में 59.4, दरौली में 49.6 तथा गुठनी में 48 एमएम बारिश हुई. डीएओ का मानना है कि शुरुआती दौर में बारिश की यही स्थिति रही और बाद में