सीतामढ़ीः मंडल कारा में कैदियों के दो गुटों में मारपीट, हंगामा, तोड़ फोड़, सुरक्षाकर्मियों पर हमला तथा जेल से चार कुख्यात कैदियों के भागने की घटना की जांच के बाद जेल अधीक्षक समेत आठ कर्मचारियों पर कार्रवाई तय माना जा रहा है. कार्रवाई की रडार पर मंडल कारा के प्रभारी जेल अधीक्षक से लेकर सहायक जेल अधीक्षक(जेलर) तक के अधिकारी शामिल हैं. जांच करने पहुंचे केंद्रीय जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार गुरुवार को जेल मुख्यालय को रिपोर्ट सौपेंगे.
होली के मौके पर सोमवार को जेल के कैदी वार्ड संख्या-तीन एवं चार में कैद बंदियों के दो गुटों के बीच मारपीट और जेल की सुरक्षा में तैनात बीएमपी जवानों के द्वारा बल प्रयोग की घटना ने बवाल मचा दिया था. मंडल कारा में कैदियों द्वारा बवाल की घटना ने राज्य मुख्यालय में गृह विभाग की नींदउड़ा दी है.
पटना में कारा एवं सुधार सेवाएं के महानिरीक्षक(आइजी) प्रेम सिंह मीणा ने जेल में उत्पन्न अराजकता की स्थिति को काफी गंभीरता से लिया है. जेल आइजी के निर्देश पर कारा एवं सुधार सेवाएं के निदेशक (प्रोविजन चर्या) ओमप्रकाश गुप्ता बुधवार को मंडल कारा पहुंच कर मामले की जांच की. कारा निदेशक ने जेल में मौजूद पदाधिकारियों से लेकर बंदियों तक से घटना की जानकारी प्राप्त किया तथा एक एक प्वाइंट को जांच में नोट किया.
निदेशक के साथ मुजफ्फरपुर खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के केंद्रीय अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार भी जेल पहुंच कर घटना से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया. निदेशक जांच केंद्र में प्रभात खबर से बातचीत में कारा निदेशक ने बताया कि वह जेल आइजी के निर्देश पर घटना की जांच के लिए यहां आये थे. उन्होंने विभिन्न बिंदुओं पर जांच किया है, जांच से संबंधित रिपोर्ट वह जेल आइजी को सौंपेंगे. मालूम हो कि आइजी ने भी अपने स्तर से जांच टीम का गठन किया है, उसी के आलोक में निदेशक ने जांच की है.
सूत्रों के अनुसार, जांच की मुख्य बिंदु में इस बात को समेटा गया है कि आखिर क्या वजह रही कि जेल में कैदियों को इस कदर हिंसक होना
पड़ा? उधर डीएम डॉ प्रतिमा द्वारा
गठित जांच टीम की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है.
डीडीसी मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम में सदर एसडीओ महेंद्र कुमार एवं सदर डीएसपी मिथिला नंद उपाध्याय शामिल हैं. डीएम डॉ प्रतिमा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई तय है. मामला चुकी गंभीर है, लिहाजा एक एक बिंदु पर जांच की जा रही है.