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पताही पैक्स में गड़बड़ी अब तक कार्रवाई नहीं

जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद निकले पैक्स सचिव रामनाथ पंडित ने लगाया एजीएम व संवेदक पर साजिश का आरोप अनाज की आपूर्ति किये िबना घोटाला दिखा कर निर्दोष को जेल भेजने का मामला सीतामढ़ी : बगैर अनाज की आपूर्ति किये अनाज की कालाबाजारी दिखा जेल भेजने के मामले में अब तक कोई […]

जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद निकले पैक्स सचिव रामनाथ पंडित ने लगाया एजीएम व संवेदक पर साजिश का आरोप

अनाज की आपूर्ति किये िबना घोटाला दिखा कर निर्दोष को जेल भेजने का मामला
सीतामढ़ी : बगैर अनाज की आपूर्ति किये अनाज की कालाबाजारी दिखा जेल भेजने के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. न तो पूरे मामले की जांच हो सकी है और नहीं इस मामले में जेल भेजे गये बेलसंड प्रखंड के पताही पैक्स सचिव रामनाथ पंडित की मामले की जांच कराने की मांग के आलोक में ही कोई प्रशासनिक पहल हुई है. लिहाजा पैक्स सचिव न्याय के लिए दर दर की खाक छान रहा है. पैक्स सचिव ने एक बार फिर सीएम से लेकर डीएम को आवेदन भेज कर जहां न्याय मांगा है,
वहीं मामले में बेलसंड एसएफसी के एजीएम व डोर स्टेप डिलेवरी के अभिकर्त्ता के अलावा इस घोटाले में शामिल अधिकारी व खाधान्न माफियाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा कार्रवाई की मांग की है. साथ ही न्याय नहीं मिलने की स्थिति में मुख्यालय डुमरा के अम्बेदकर स्थल के समक्ष सपरिवार बेंमियादी अनशन की चेतावनी दी है.
बताते चले की सितंबर माह में गरीबों को अनाज देने के लिए एसएफसी ने बेलसंड प्रखंड के पताही पैक्स को 46.5 क्विंटल चावल व 102.56 क्विंटल समेत कुल 149.6 क्विंटल अनाज का आवंटन दिया था. एसएफसी द्वारा इस बाबत 27 अगस्त को एसआइओ जारी किया गया था. एसआइओ की पीली रसीद लेकर अनाज के लिए पैक्स अध्यक्ष सह पताही पंचायत के मुखिया शंभु साह एसएफसी का चक्कर काटते रहे. वहीं अक्टूबर माह के बीतने की जानकारी देते हुए आपूर्ति नहीं होने की बाबत रोष भी जताते रहे.
एसआइओ की पीली रसीद पैक्स अध्यक्ष के जेब में रह गई, जबकि 30 अक्टूबर को अधिकारियों की टीम ने पताही पैक्स को अनाज की आपूर्ति होने व अनाज कालाबाजार में बेचने के आरोप में सचिव राम नाथ पंडित को जेल भेज दिया. रामनाथ पंडित को 18 नवंबर को कोर्ट ने जमानत दे दी. जेल से निकलने के बाद अब रामनाथ पंडित न्याय के लिए दर-दर की खाक छान रहा है. रामनाथ पंडित का कहना है कि भाड़ा चालान पर्ची पर एजीएम व ठेकेदार ने उनका फर्जी हस्ताक्षर किया है.
उनका नाम रामनाथ पंडित है, जबकि भाड़ा चालान पर्ची पर राम नाथ पांडेय के नाम से हस्ताक्षर किया गया है. रामनाथ पंडित के अनुसार इस पूरे मामले में अधिकारियों, स्थानीय नेता व खाधान्न माफियाओं ने अनाज घोटाले की झूठी साजिश रच कर उस बेगुनाह को जेल भेज दिया गया. लिहाजा वह चाहता है कि मामले के एक-एक बिंदू पर जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. ऐसे में उसने सीएम के अलावा वरीय अधिकारियों से न्याय मांगा है, अन्यथा सपरिवार बेमियादी अनशन की चेतावनी दी है.

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