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शहादत दिवस पर याद किये गये बंशी चाचा, दी श्रद्धांजलि

सीतामढ़ी / बैरगनिया : बागमती नदी व लालबकेया नदी पर सड़क पुल निर्माण को लेकर आत्मदाह कर शहीद का दर्जा प्राप्त करनेवाले बंशी चाचा को उनके शहादत दिवस पर शिद्दत के साथ याद किया गया. इस अवसर पर सीतामढ़ी शहर व बैरगनिया में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर जहां स्वतंत्रता सेनानी शहीद बंशी चाचा को श्रद्धा […]

सीतामढ़ी / बैरगनिया : बागमती नदी व लालबकेया नदी पर सड़क पुल निर्माण को लेकर आत्मदाह कर शहीद का दर्जा प्राप्त करनेवाले बंशी चाचा को उनके शहादत दिवस पर शिद्दत के साथ याद किया गया. इस अवसर पर सीतामढ़ी शहर व बैरगनिया में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर जहां स्वतंत्रता सेनानी शहीद बंशी चाचा को श्रद्धा के पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया,

वहीं समाज सेवा में उनके समर्पण, देश को आजादी दिलाने के लिए किए गए संघर्ष और पुल निर्माण के लिए आत्मदाह कर दी गई प्राणों की कुर्बानी को याद किया गया. बैरगनिया नगर के पटेल चौक पर पुल निर्माण संघर्ष समिति के तत्वावधान में समारोह को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक ब्रजमोहन कुमार ने कहा कि 20 नवंबर 1997 को बंशी चाचा ने पुल निर्माण की मांग को लेकर प्रशासन के समक्ष आत्मदाह कर लिया था. इस दौरान हुई पुलिसिया फायरिंग में मुन्ना कुमार व बबलू कुमार नामक दो युवकोंकी मौत हो गई थी. वहीं दर्जनों लोग जख्मी भी हुए थे. कहा कि बैरगनिया प्रखंड तीन ओर से बागमती व लालबकेया नदी से घिरा है.
उस वक्त बैरगनिया का सीधा सड़क संपर्क नहीं था, इसके कारण यह प्रखंड टापू बन गया था. बंशी चाचा के शहादत का ही परिणाम है कि साल 2010 में सीएम नीतीश कुमार ने पुल को जनता को समर्पित किया था, वहीं बंशी चाचा के नाम पर पुल का नामकरण किया था. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में उल्लेखनीय भूमिका अदा करने वाले बंशी चाचा वर्ष 1985 से ही दोनों नदियों पर पुल बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. इसके लिए
उन्होंने पुल निर्माण संघर्ष समिति नामक संगठन की स्थापना की थी. मौके पर नगर पंचायत के सभापति मो वसीर अंसारी, प्रो राजकुमार सिंह, रामाशीष राय, डा.प्रमोद प्रियदर्शी, विश्वनाथ पाठक विद्रोही व मो जाहिर सिद्दिकी आदि दर्जनों लोग मौजूद थे. उधर नगर के भकुरहर स्थित शहीद बंशी चाचा स्मारक स्थल पर भाजपा के तत्वावधान में आयोजित शहादत दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कुढनी के भाजपा विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने बंशी चाचा को देश का सच्चा सपूत बताते हुए कहा कि बंशी चाचा पहले व्यक्ति थे जिन्होंने जनहित में पुल निर्माण को लेकर आत्मदाह कर लिया.
बंशी चाचा के पुत्र भोला साह कि अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक मोतीलाल प्रसाद, राजेश कुमार, प्रदीप कुमार, रमेश क्रांतिकारी, सुशील कुमार झा, हरेंद्र राम, दीपलाल बघेला, विनोद वालिया, अनिल मिश्र व लिपी विश्वास समेत दर्जनों लोग मौजूद थे. उधर, शहर के रिंगबांध स्थित गणिनाथ गोविंद मंदिर में वैद्यनाथ साह की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में बंशी चाचा को श्रद्धांजलि दी गई.
समारोह को संबोधित करते हुए जिला परिषद उपाध्यक्ष देवेंद्र साह ने बंशी चाचा के आत्मदाह को बलिदान बताया. कहा कि बंशी चाचा इलाके के एक मात्र सपूत रहे जिन्होंने आम जनता के लिए आत्मदाह कर अपने प्राणों की कुर्बानी दी. श्री साह ने कहा कि बंशी चाचा ताउम्र जन समस्याओं के लिए
संघर्ष करते रहे. कहीं कि आज बैरगनिया में जो भी विकास कार्य दिख रहा है वह बंशी चाचा की देन हे. मौके पर संजू गुप्ता, अनिल कुमार, जयराम साह, विनोद साह, विश्वनाथ प्रसाद, जितेंद्र कुमार, मुनेश्वर साह, दशरथ साह, राम जीनीस साह, उमेश साह, शिव शंकर साह, ललन साह, विजय साह, संजय कुमार उर्फ गांधी, राजेश कुमार अरविंद साह, रामजी कुमार, शंभु कुमार, बबलू कुमार गुप्ता, राम बाबू साह, विश्वनाथ साह, अमरेश साह, रवि सयाह, ब्रजेश साह, दुखा साह, शिव भगत साह व डाॅ अमरनाथ गुप्ता आदि मौजूद थे.
सीतामढ़ी व बैरगनिया में अलग-अलग समारोह का आयोजन कर दी गयी श्रद्धांजलि
बागमती नदी व लालबकेया नदी पर सड़क पुल निर्माण की मांग को लेकर 20 नवंबर 1997 को किया था बैरगनिया में आत्मदाह, पुलिस फायरिंग में हुई थी दो युवकों की मौत
वर्ष 2010 में बागमती नदी पर पुल का हुआ था निर्माण, शहीद बंशी चाचा के नाम किया गया पुल का नामकरण
बंशी चाचा की शहादत हमेशा रखी जायेगी याद: ब्रजमोहन
सीतामढ़ी शहर के गणिनाथ गोविंद मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन कर किया गया बंशी चाचा को याद
घरेलू िहंसा में वृद्धि पर िचंता

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