सीतामढ़ी : मदरसा रहमानिया मेहसौल के परिसर में प्राचार्य इमाम मौलाना अब्दुल वदुद मजाहिरी की अध्यक्षता में मंगलवार को एक बैठक पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में मौन जुलूस निकालने वाली मुसलिम कम्युनिटी के तत्वावधान में हुई. इसमें आयोजन समिति ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर कथित बयान देने वाले कमलेश तिवारी की फांसी की मांग को लेकर जिले के कोने-कोने से लाखों की तादाद में आये लोगों का शुक्रिया अदा किया. वक्ताओं ने इस मौन जुलूस में दो से ढ़ाई लाख लोगों के शामिल होने का दावा किया है. साथ ही कमलेश तिवारी को सजा दिलाने की मांग पर आगे भी आंदोलन की चेतावनी दी.
सच्चा सिपाही होने का
सबूत दिया : इमाम
मौन जुलूस का नेतृत्व कर रहे सातों इमाम व उलेमाओं ने कहा िक जुलूस में इतनी बड़ी संख्या में शामिल हो कर मुसलमानों ने सच्चे सिपाही होने का सबूत दिया है. मौन जुलूस में शामिल लोगों ने किसी भी धर्म को मानने वाले मुसाफिर या प्रशासन को तकलीफ नहीं पहुंचायी. मौन जुलूस पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा. बावजूद किसी को तकलीफ हुई हो तो कमेटी समेत सभी मुसलमान माफी चाहते हैं. जुलूस का मकसद सिर्फ सरकार को जगाना था, ताकि सभी धर्म के लोगों को सम्मान मिल सके. शांतिपूर्ण
आयोजन में सफल व सकारात्मक रवैया के लिए डीएम, एसपी, डीडीसी, एसडीओ व कल्याण पदाधिकारी समेत जिला प्रशासन का शुक्रिया. बैठक में आगामी 26 दिसंबर को मुजफ्फरपुर में आयोजित होने वाले मौन जुलूस में जिले से 50 हजार मुसलमानों के शामिल होने का िनर्णय लिया गया.
बैठक में मदरसा रहमानिया के अध्यक्ष मो अरमान अली, सलमान सागर, मो कफील जावेद, मो एहतेशामुल हुसैन नौशाद, मो आसिफ विक्की, मो नूर फरहान, मो जमील अख्तर, मो कामिल चुन्नू, मो एहतेशामुल हक, मो मोतीउर्रहमान कुरैशी, मो गुलाब, मो हशमत हुसैन, मो कमरूज्जमा, मो ज्याउल रहमान, इम्तियाज मुराद, मुन्ना तसलीम, फैयाज नाज बबलू, नदीम अकरम, सिफत हबीबी, मौलाना कलीमुल्लाह, मो नौशाद राइन, मो जफर, अशरफ अली व मौलाना खुर्शीद समेत अन्य मौजूद थे.