डुमरा : सरकार पोलियो अभियान पर हर चक्र में लाखों करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन वैक्सीन के रख-रखाव के प्रति गंभीर नहीं हैं. वर्षों से खराब पड़े वैक्सीन व कोल्ड बॉक्स की मरम्मत नहीं करायी जा रही है. रविवार को टूटे-फूटे व गंदे बॉक्स में ही वैक्सीन लेकर दल कर्मी क्षेत्र में निकल गये. 245 में 50 बॉक्स खराब डुमरा पीएचसी में 245 वैक्सीन बॉक्स उपलब्ध है.
इसमें से 50 बॉक्स सड़ चुका है. वह भी सिर्फ समुचित रख-रखाव के अभाव में. 180 बॉक्स की भी स्थिति ठीक नहीं हैं. वह भी टूट-फूट गया है. कोल्ड बॉक्स का भी कुछ ऐसा ही हाल है. सूत्रों के अनुसार बॉक्स रख-रखाव के लिए आवंटन मिलता है. 10 में आठ कोल्ड बॉक्स बेकार पीएचसी में 10 में से आठ कोल्ड बॉक्स टूटा हुआ है.
कर्मियों को बॉक्स में वैक्सीन डाल कर ले जाने में परेशानी हो रही थी. किसी बॉक्स का बेल्ट टूटा था तो किसी का ढक्कन ठीक से नहीं लग रहा था. किसी तरह कर्मी वैक्सीन को बॉक्स में रख कर बच्चों को पिलाने के लिए निकले. कर्मियों का कहना था कि यह पुरानी समस्या है. इससे पूर्व कई बार बॉक्स के संबंध में शिकायत की जा चुकी है. कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
बताया कि अभियान खत्म होने के बाद बॉक्स को पीएचसी के किसी कोने में रख दिया जाता है. इन बॉक्सों की याद तभी आती है जब पोलियो अभियान आता है. क्या कहते हैं डीआइओ डीआइओ डाॅ केडी पूर्वे ने बताया कि समय-समय पर पीएचसी को बॉक्स की आपूर्ति की जाती है. रख-रखाव के लिए राशि दी जाती है.
बावजूद बॉक्स की ऐसी स्थिति है तो यह पीएचसी प्रबंधन की शिथिलता है. कहते हैं पीएचसी प्रभारी पीएचसी प्रभारी डाॅ कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि डिमांड के अनुरुप बॉक्स नहीं मिल पाता है. सचिव के नहीं रहने के चलते रोगी कल्याण समिति से राशि की निकासी नहीं हो पा रही है ताकि बॉक्स की मरम्मत करायी जा सके.