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पुल की रेलिंग टूटने से पानी में गिरे लोग

दिघवारा (सारण) : छपरा-पटना मुख्य सड़क मार्ग पर अवतार नगर थाना के समीप फोरलेन सड़क के उतरी छोर पर बने पुलिया की रेलिंग रविवार की सुबह ध्वस्त होकर तेज बहाव पानी में जा गिरी. इससे पुलिया पर बैठे दर्जनों लोग पानी में गिर गये. इस घटना से घंटों अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. बचाव कार्य […]

दिघवारा (सारण) : छपरा-पटना मुख्य सड़क मार्ग पर अवतार नगर थाना के समीप फोरलेन सड़क के उतरी छोर पर बने पुलिया की रेलिंग रविवार की सुबह ध्वस्त होकर तेज बहाव पानी में जा गिरी. इससे पुलिया पर बैठे दर्जनों लोग पानी में गिर गये. इस घटना से घंटों अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. बचाव कार्य में विलंब होने पर ग्रामीणों ने लगभग एक घंटे तक छपरा-पटना मार्ग को जाम रखा. इससे वाहनों का परिचालन प्रभावित हुआ.

रविवार की सुबह अवतार नगर थाने के समीप अवस्थित पुलिया के साइडर पर बैठकर दर्जनों लोग पानी के बहाव को देख रहे थे, तभी पुलिया का पूर्वी साइडर ध्वस्त होकर गहरे पानी में जा गिरा. इससे दर्जनों लोग पानी में समा गये. आनन-फानन में सात लोगों को निकाला गया. उधर, प्रशासन की तरफ से बचाव की कोई पहल नहीं होते देख घटना स्थल पर उपस्थित लोगों ने एनएच 19 को कुछ देर के लिए जाम कर दिया.
अवतार नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार व धर्मवीर राय की पहल पर लोगों को समझा-बुझा कर जाम स्थल से हटाया गया तब जाकर वाहनों का परिचालन शुरू हो सका. पानी में गिरे अवतार नगर थाना क्षेत्र के मुसेपुर निवासी सुनील मांझी, मौजमपुर के मुकुंद प्रसाद, नागेश्वर राय, विक्रम कुमार, धर्मेंद्र कुमार, चिंटु कुमार व महेश प्रसाद को निकाला गया. सदर सीओ विजय कुमार सिंह व गड़खा सीओ आश्वनी कुमार चौबे ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया एवं गोताखोर की मदद से पानी में तलाशी ली गयी.
वैशाली >> मकान व झोंपड़ियां जलमग्न
गंगा नदी में लगातार बढ़ रहे पानी के कारण देसरी और सहदेई बुजुर्ग प्रखंड क्षेत्रों के दर्जनों गांव में पानी घुस गया है एवं गंगा नदी के पानी से चारों ओर से घिर चुके हैं. दर्जनों झोंपड़ियां एवं पक्के कि मकान जलमग्न हो गया है. इसमें अधिकतर मिट्टी के बने घर पूर्ण रूप से ढह गये हैं. वहीं, झोंपड़ियां पानी की तेज धार में बह गयी हैं.
पानी में घिरे गांवों के अधिकतर लोग नाव पर झोंपड़ियां एवं घरेलू उपयोग का सामान लाद कर सुरक्षित स्थान पर आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि 24 घंटे के अंदर गंगा नदी में अचानक पानी बढ़ने से हमलोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है. हजारों एकड़ में लगे मक्के, धान, मिर्च की फसणें बाढ़ की चपेट में आने से डूब गयी हैं. घरों में अचानक पानी प्रवेश कर जाने से घरों में रखे गये सामान सब नष्ट हो रहे हैं. लोगों ने यह भी बताया कि तन पर जो वस्त्र है, उसी को लेकर तथा मवेशियों को पानी में तैराते हुए लेकर ऊंचे स्थानों पर आ गये हैं.
गांवों से पलायन कर रहे ग्रामीण : वहीं, कुछ लोगों ने हाजीपुर-महनार रोड के उत्तर शरण ले लिया है और कुछ मवेशियों के साथ उत्तरी क्षेत्र के गांवों में जाने की तैयारी कर रहे हैं. गंगा में अचानक पानी बढ़ने से सहदेई बुजुर्ग प्रखंड की नयागांव पश्चिमी पंचायत का गणियारी गांव पूर्णरूप से जलमग्न हो गया है. वहीं, गांव के कुछ हिस्सों में जहां पानी नहीं पहुंचा है, वहां भी पानी पहुंचने की आशंका है. गांव में लगभग 350 परिवारों के लोग पानी के कारण बाढ़ से घिरे हैं. प्रखंड क्षेत्र के हेतनपुर शंकर, जगदीशपुर, बैली, भोजपुर, रेपुरा एवं देसरी प्रखंड के कुरवा, भटौलिया, कुतुबपुर, पानापुर, फिरोज, खड़गपुर गांव बाढ़ की चपेट में हैं. नयागांव पश्चिमी के बाढ़पीड़ित अर्जुन राय, राजबली राय, बुल्ली राय, जग्गु राय, बच्चू राय, देवी राय ने बताया कि नाव की भारी कमी है, जिसके कारण घरों से सामान निकाल कर नहीं ला पाते हैं. फसल और घर डूब चुके हैं. मवेशी को लेकर पानी से बाहर किसी तरह आये हैं. अब यहां खाने के लिए कोई उपाय नहीं है. वहीं, मवेशियों का चारा पानी में डूब गया है. उन्हें खिलाने के लिए कुछ भी नहीं है. बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि अब तक सरकार कि ओर से किसी प्रकार कि कोई सहायता नहीं मिली है. उधर, नयागांव पश्चिमी के प्रकार की कोई सहायता नहीं मिली है. उधर, नयागांव पश्चिमी के पैक्स अध्यक्ष कृष्णबलम गुप्ता, मुखिया मालती देवी, विजय राय ने बाढ़पीड़ितों का जायजा लिया एवं सरकारी सहायता मुहैया कराने के लिए अंचलाधिकारी, सहदेई बुजुर्ग को सूचना दी. दूसरी ओर देसरी प्रखंड के लोजपा के अध्यक्ष बलींद्र सिंह, राजकुमार चौधरी, एपी सिंह, मुखिया महेंद्र राम ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया.
भोजपुर >> नदियों में उफान, स्थिति गंभीर
जिले में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. कोईलवर, शाहपुर एवं बड़हरा प्रखंडों में गंगा नदी एवं सोन नद के उफान पर रहने के कारण कई गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. नदियों का पानी कई गांवों में घुस गया है. लोग गांव में सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए मजबूर हो गये हैं. बड़हरा के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
इससे गांवों की स्थिति भयावह बनी हुई है. वहीं कोईलवर तथा शाहपुर के दर्जनों गांवों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मची हुई है. नदियों में लगातार बढ़ रहे पानी से प्रशासन भी चिंतित है. स्थिति यह है कि गंगा एवं सोन नद में पानी के बढ़ने से बने दबाव के कारण शहर से सटे गांगी नदी में भी पानी का जल स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे नगर के गांगी से सटे मुहल्लों में पानी घुस गया है. सड़कों एवं घरों में घुसे पानी के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. अपने ही घर में सुरक्षित स्थान पर अपने सामान को पहुंचाने में लोग लगे हुए हैं.
शाहपुर संवाददाता के अनुसार गंगा नदी के जल स्तर में बेतहाशा वृद्धि के कारण शाहपुर प्रखंड का करीब 50 प्रतिशत भू-भाग जल मग्न हो गया है. बाढ़ का स्वरूप अब लगातार विकराल होने लगा है. गंगा सहित सभी सहायक नदियां भी उफान पर हैं. दर्जनों गांव के संपर्क पथों पर बाढ़ का पानी दो से तीन फुट चढ़ चुका है. इसके कारण इन गांवों में वाहनों का आवागमन बाधित है. करीब 50 विद्यालय बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं.
लोग अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में लगे हैं. हजारों एकड़ क्षेत्रफल की खड़ी भदई फसल में बाढ़ का पानी भर चुका है. सबसे बुरा हाल बांध और गंगा नदी के बीच स्थित गांवों का है, जो चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं. पानी के लगातार बढ़ने के कारण लोग ज्यादा सशंकित हैं. प्रखंड की लगभग आधी से ज्यादा पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ चुकी हैं. बाढ़ से प्रभावित गांवों में टोला, सारंगपुर, सुरेमनपुर, पुरुषोत्तमपुर, टीकापुर, बारासिंघा,राजपुर,बहोरनपुर, गोबिंदपुर, लक्ष्मणपुर, हिरखी पिपरा, दामोदरपुर,नंदपुर,गंगापुर,भुसहुला,जावइनियां,मरचईया डेरा, सैया डेरा, रामकरहि, पंचकौड़ी डेरा, राम दयाल डेरा, नंदलाल डेरा, करीमन डेरा, माधोपुर, सुहियां, सोनकी, होरिल छपरा, पिपरा , बुझा राय का डेरा, खागरहा सहित कई गांव हैं. बाढ़ के कारण उत्पन्न हुए हालात का जायजा लेने के बाद जगदीशपुर एसडीएम बालमुकुंद प्रसाद ने कहा कि स्थिति नाजुक पर नियंत्रण में है. अब तक करीब 15 स्थानों पर जहां बाढ़ का पानी ज्यादा बढ़ गया है, नाव चलने की स्वीकृति दी गयी है. साथ लोगों से अपील है कि पानी के तेज बहाव वाले स्थानों पर न जायें और नावों पर क्षमता के अनुसार ही चढ़ें. सरकारी स्तर से चलने वाली नावों पर लाल झंडा लगा रहेगा और उस पर किसी तरह का भाड़ा ग्रामीणों को नहीं देना है.
नालंदा >> 20 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
सोन नदी में पानी का दबाव घटने के साथ ही जहानाबाद, अरवल समेत अन्य जिलों में बाए़ का खतरा कम हो गया है. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार अब बाढ़ का असर नालंदा जिले के तीन प्रखंडों के 20 गांवों के एक लाख लोग परेशान हैं. विभागीय संयुक्त सचिव ने बताया कि पीड़ितों की मदद की जा रही है.
जहानाबाद >> एनएच 110 पर परिचालन ठप
दरधा नदी में आयी उफान के कारण एनएच 110 पर अलगना मोड़ के समीप दरधा नदी में बना डायवर्सन बह जाने से उक्त मार्ग पर वाहनों का परिचालन बाधित हो गया है. जहानाबाद से काको, बंधुगंज, नालंदा, नवादा, एकंगरसराय आदि स्थानों के लिए जाने वाले वाहनों का परिचालन ठप हो जाने से यात्री परेशान हैं.
को काफी परेशानी हो रही है. निजामुद्दीनपुर के समीप दरधा नदी में एनएच 110 पर पुल निर्माण को लेकर डायवर्सन का निर्माण कराया गया था, जिससे होकर विगत छह वर्षों से वाहनों का परिचालन हो रहा था. शुक्रवार को दरधा में आये उफान ने शनिवार होते होते अपना विकराल रूप धारण कर लिया जिसके कारण डायवर्सन नदी के तेज बहाव में बह गया. डायवर्सन बह जाने के कारण दर्जनों गांवों के लोगों को बाजार आने जाने में लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है. डायवर्सन बह जाने के कारण आवाजाही प्रभावित हो रही है. जहानाबाद से काको, बंधुगंज, तेलहाड़ा, एकंगरसराय, बिहारशरीफ, मोदनगंज सहित कई जगहों पर जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. अब लोगों को कई किलोमीटर अधिक दूरी तय कर जिला मुख्यालय आना पड़ रहा है. वहीं दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को आने जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर रात के समय मरीजों को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानी हो रही है.
अन्य मार्गों से हो रहा वाहनों का परिचालन : दरधा नदी में बना डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण वाहनों का परिचालन अन्य मार्गों से हो रहा है. जहानाबाद से काको की ओर जाने वाले वाहन अब घोसी मार्ग से होकर परिचालित हो रहे हैं. हालांकि वाहनों को कई किलोमीटर अधिक दूरी तय करना पड़ रहा है. वहीं काको रोड के कई गांवों के लोगों को वाहनों के बजाय पैदल जिला मुख्यालय आना पड़ रहा है.
पहले भी टूट चुका है डायवर्सन :दरधा नदी में निजामुद्दीनपुर गांव के समीप बना डायवर्सन पूर्व में भी टूट चुका है. जिसके कारण कई दिनों तक उक्त मार्ग पर यातायात बाधित रहा था. करीब एक पखवारे के इंतजार के बाद जिला प्रशासन द्वारा डायवर्सन की मरम्मत करायी गयी थी .जिसके बाद जहानाबाद एकंगरसराय मार्ग पर यातायात बहाल हुआ था. शनिवार को दरधा नदी में आयी उफान के कारण एक बार फिर डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया जिसके कारण उक्त मार्ग पर वाहनों का परिचालन बाधित है.

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