छपरा (सदर) : डीएम दीपक आनंद ने बुधवार को समाहरणालय परिसर के विभिन्न कार्यालयों की उपस्थिति पंजी को मंगाकर उपस्थित की जांच की. जांच के दौरान विभिन्न कार्यालयों के 22 कर्मी अनुपस्थित पाये गये. डीएम ने अनुपस्थित कर्मियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए संबंधित कर्मियों से जवाब तलब किया है. डीएम की जांच […]
छपरा (सदर) : डीएम दीपक आनंद ने बुधवार को समाहरणालय परिसर के विभिन्न कार्यालयों की उपस्थिति पंजी को मंगाकर उपस्थित की जांच की. जांच के दौरान विभिन्न कार्यालयों के 22 कर्मी अनुपस्थित पाये गये. डीएम ने अनुपस्थित कर्मियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए संबंधित कर्मियों से जवाब तलब किया है.
डीएम की जांच में पंचायत, जिला कोषागार, बिक्री कर विभाग, आपदा प्रबंधन जिला कल्याण, अपर समाहर्ता कार्यालय, जिला खनन कार्यालय, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला स्थापना, जिला निर्वाचन आदि कार्यालयों के कर्मी गैरहाजिर पाये गये.
निरीक्षण को लेकर पूरे दिन समाहरणालय के कर्मियों में चर्चाएं रही. मालूम हो कि जबभी डीएम की ओर से कर्मियों की उपस्थिति का जायजा लिया जाता है तो दर्जन भर कर्मचारी अनुपस्थित पाये जाते है. उनपर कार्रवाई भी होती है. इसके बाद भी कर्मचारियों की कार्यशैली में बदलाव नहीं हो रहा है.
समाहरणालय परिसर से बाहर के कार्यालयों की नहीं होती जांच : राज्य सरकार के दर्जनों कार्यालय समाहरणलय परिसर से बाहर सरकारी भवनों या निजी मकानों में किराये पर चलते है. जिला प्रशासन की ओर से जितनी जांच समाहरणालय परिसर के कर्मियों की होती है, उतनी बाहर के कार्यालयों की नहीं होती. इनमें पीएचइडी, भवन निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, श्रम संसाधन विभाग, जिला कृषि कार्यालय, जिला उद्यान कार्यालय, जिला परिषद के जिला अभियंता के कार्यालय, सारण नहर प्रमंडल, सारण गंडक प्रक्षेत्र, शिक्षा विभाग के प्राथमिक से लेकर उच्च विद्यालय तक के दर्जन भर कार्यालय शामिल हैं. यहां कई कर्मी मनमाने ढंग से कार्यालय से अनुपस्थित रहते है.