छपरा (कोर्ट) : इसे पुलिस अधिकारियों पर बढ़ रहे काम का दबाव कहें या फिर उनकी लापरवाही. कोर्ट में चल रहे किसी और के मामले में अनुसंधानकर्ता द्वारा दूसरे का प्रतिवेदन समर्पित कर दिया गया. यह मामला जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कोर्ट में सामने आया. जिला जज के न्यायालय में भेल्दी थाने के अरना कोठी मानुपूर निवासी नीरज कुमार शर्मा पर उनकी पत्नी पुजा कुमारी द्वारा दर्ज दहेज प्रताड़ना में जमानत पर सुनवाई हो रही थी.
जिला जज ने सुनवाई के दौरान पुजा के जख्म प्रतिवेदन की मांग की, तो अभियोजन द्वारा जो प्रतिवेदन समर्पित किया गया, उसे देख जिला जज हैरान रह गये. वहीं, उनके द्वारा जब यह बताया गया कि उक्त प्रतिवेदन पूजा की जगह मशरक थाने के मझवलिया निवासी मो मुस्ताक की पत्नी तबस्सुम खातून की है, तो लोक अभियोजक समेत वहां उपस्थित सभी अधिवक्ता हतप्रभ रह गये. बताते चलें कि पुजा कुमारी ने महिला थाना कांड संख्या 6/15 में अपने पति नीरज कुमार समेत अन्य पर दहेज प्रताड़ना का एक मामला दर्ज कराया था.
इस मामले में कांड के अनुसंधानकर्ता भैरोलाल राय ने पूजा का जख्म प्रतिवेदन कांड दैनिकी के साथ कोर्ट में प्रस्तुत किया था. इस मामले में पति द्वारा अग्रिम जमानत याचिका संख्या 482/16 दाखिल किया गया है. उसी पर सुनवाई हो रही थी. इस मामले में जिला जज ने अभियोजन से कांड दैनिकी व निचली अदालत के अभिलेख के साथ जख्मी प्रतिवेदन को प्रस्तुत करने का आदेश दिया था.जिसे अनुसंधानकर्ता द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है.