पानापुर : थाना क्षेत्र के सारंगपुर डाकबंगला घाट पर बुधवार की सुबह गंडक नदी में डूब जाने से 40 वर्षीय मजदूर की मौत हो गयी. मृतक इसी गांव का परमा ठाकुर बताया जाता है. नाई का काम करने वाला परमा आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए मौसमी मजदूरी भी करता था. परिजनों के अनुसार तरबूज […]
पानापुर : थाना क्षेत्र के सारंगपुर डाकबंगला घाट पर बुधवार की सुबह गंडक नदी में डूब जाने से 40 वर्षीय मजदूर की मौत हो गयी. मृतक इसी गांव का परमा ठाकुर बताया जाता है. नाई का काम करने वाला परमा आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए मौसमी मजदूरी भी करता था. परिजनों के अनुसार तरबूज लाने के लिए वह गंडक नदी के दियारे जाने की बात कह कर सुबह घर से निकला था. परमा के डूबने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.
घटना की खबर आसपास के गांवो में फैलते ही नदी घाट पर सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मृतक के आठ नाबालिग बच्चों की करुण चीत्कार से घाट पर माहौल गमगीन हो गया था. ग्रामीणों द्वारा परमा के शव की तलाश का काफी प्रयास किया गया. समाचार लिखे जाने तक तलाश जारी थी.
कैसे पूरे होंगे सपने : मृतक के आठ नाबालिग बच्चे है, जिनमें छह पुत्रियां है. सबसे बड़ी सोनी कुमारी, जिसकी उम्र 15 वर्ष है. मृत परमा ने घर बनवाने के लिये ईंट खरीद ली थी. पत्नी सुमन देवी ने बिलखते हुए कहा कि घर बनवाने के बाद बड़ी लड़की की शादी करने का उनका सपना अब कौन साकार करेगा. वहीं मासूम रानी, ज्योति, मोहित, शांति, रोशनी, सृष्टि और तेजस्वी की परवरिश कैसे होगी. परमा घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था.