दुखद. विभागीय लापरवाही से हो रहे हादसे, नहीं दुरुस्त किये जा रहे तार
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गिरा तार, युवक की गयी जान
दुखद. विभागीय लापरवाही से हो रहे हादसे, नहीं दुरुस्त किये जा रहे तार स्थानीय नागरिक पूर्व में कर चुके हैं तार बदलने की मांग छपरा (सारण) : लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद विद्युत विभाग नहीं चेत रहा है. शहर के आर्य नगर मुहल्ला में शनिवार को विद्युत स्पर्शाघात से एक युवक की जान चली […]
स्थानीय नागरिक पूर्व में कर चुके हैं तार बदलने की मांग
छपरा (सारण) : लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद विद्युत विभाग नहीं चेत रहा है. शहर के आर्य नगर मुहल्ला में शनिवार को विद्युत स्पर्शाघात से एक युवक की जान चली गयी. घटना आर्य नगर
मुहल्ला के सीढ़ी घाट के पास की है. मुहल्ले के शशि कुमार कौशल का 20 वर्षीय पुत्र सुबह में शौच के लिए जा रहा था. सीढ़ी घाट के पास धारा प्रवाहित विद्युत तार टूट कर गिरा हुआ था, जिसकी चपेट में आने से युवक पूरी तरह से झुलस गया.
स्थानीय नागरिक उसे उपचार के लिए सदर अस्पताल लाये, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मुहल्ले में अधिकतर तार-पोल जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं, जिसे बदला नहीं जा रहा है और प्राय: टूट कर गिरने से घटनाएं घटती रहती हैं. यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी शहर में दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं.
प्राथमिकी दर्ज, शव का हुआ पोस्टमार्टम : पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया. इस संबंध में मृतक के परिजनों के बयान पर पुलिस ने प्राथमिक दर्ज की है. दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि तेज आंधी व बारिश के कारण पुराना व जर्जर तार टूट कर गिर गया था, जिसमें विद्युत की धारा प्रवाहित हो रही थी. विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई है. विद्युत तार टूट कर गिरने के बाद अगर विद्युत आपूर्ति रोक दी गयी होती तो, युवक की जान नहीं जाती.
मृत युवक गोताखोर का करता था काम : विद्युत स्पर्शाघात से रोहित कुणाल की मौत से स्थानीय नागरिक काफी मर्माहत हैं. वह पीसी विज्ञान कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र था. तीन भाइयों व एक बहन में दूसरे नंबर का रोहित गोताखोर का काम करता था. मिलन एडवेंचर ग्रुप तथा जिला आपदा प्रबंधन के माध्यम से वह नदी में डूबे लोगों को निकालने का कार्य करता था.
जीवन के लिए आफत बना जर्जर तार, अब तक हो चुकी हैं दर्जनों घटनाएं
बदला गया होता तार, तो नहीं होता हादसा
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि समय रहते अगर जीर्ण-शीर्ण विद्युत तार को बदल दिया गया होता, तो शायद यह हादसा नहीं होता और रोहित कुणाल की जान नहीं जाती. स्थानीय नागरिकों ने जीर्ण-शीर्ण विद्युत पोल व तार बदलने की मांग काफी दिनों पहले की थी. नागरिकों ने कवर युक्त तार लगाने की मांग भी की थी, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों ने तार नहीं बदला. यही वजह है कि शनिवार को आर्य नगर सीढ़ी घाट पर यह घटना घटी.
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