छपरा : यदि वीक्षकों व केंद्राधीक्षकों की प्रतिष्ठा की रक्षा का ख्याल रखा जाये एवं प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ हो, तो मैट्रिक की परीक्षा कदाचारमुक्त संपन्न कराना संभव है. उक्त विचार बुधवार को जिला स्कूल के सभागार में आयोजित प्रधानाध्यापक की बैठक में व्यक्त किया गया. बैठक में कदाचारमुक्त परीक्षा के संचालन के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया.
मौके पर डीपीओ अवधेश बिहारी एवं नोडल पदाधिकारी कमलेश झा ने बिहार बोर्ड परीक्षा नियंत्रण अधिनियम की जानकारी दी एवं केंद्रों पर होनेवाली परेशानियों की चर्चा की. बैठक में जांच परीक्षा के बाद वर्ग संचालन को नियमित रखने तथा छात्रों व अभिभावकों से कदाचार से परहेज करने की प्रेरणा देने की हिदायत दी गयी. बैठक में अनुमंडलवार परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया गया, जिसमें छपरा के 48, सोनपुर के पांच व मढ़ौरा के चार कुल सात केंद्र शामिल हैं.
इस संबंध में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव राजाजी राजेश ने शिक्षकों व प्रधानाध्यपकों के कदाचार रोकने में प्रशासन के साथ सहयोग के लिए प्रतिबद्ध होने का भरोसा दिलया. उन्होंने उच्चाधिकारियों द्वारा वीक्षक या केंद्रधीक्षक के अपमान की कोशिश को कतई बरदाश्त नहीं किये जाने की बात कही. बैठक में जिले के सभी 121 विद्यालयों के एचएम समेत केवल आठ बीइओ उपस्थित थे.