छपरा (सारण) : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-बलिया रेलखंड पर चेनपुलिंग की घटना रेलवे प्रशासन के लिए मुसीबत बनती जा रही है. मांझी में सरयू नदी पर स्थित रेल पुल पर मड़ुआडीह-छपरा पैसेंजर ट्रेन को चेनपुलिंग पर असामाजिक तत्वों ने रोक दिया.
इस वजह से एक घंटे तक पैसेंजर ट्रेन पुल पर फंसी रही. फलत: छपरा-बलिया रेलखंड पर एक घंटे तक ट्रेनों का परिचालन ठप रहा. अप साइड की कई ट्रेनें छपरा जंकशन तथा गौतम स्थान पर खड़ी रहीं. वहीं, डाउन साइड की ट्रेनें बकुलहां, सुरेमनपुर आदि स्टेशनों पर रुकी रहीं.
आरपीएफ के पहुंचने पर हुआ परिचालन : छपरा जंकशन से आरपीएफ के उपनिरीक्षक भरत प्रसाद तथा आरपीएफ के जवान मांझी पहुंचे और पुल पर जाकर वैक्यूम ठीक किया. तब जाकर ट्रेन का परिचालन शुरू हो सका. रात के अंधेरे में पुल का गार्टर पकड़ कर आरपीएफ के जवान किसी तरह उस बोगी तक पहुंचे,
जिसमें चेन पुलिंग किया गया था. वैक्यूम बंद करने के लिए आरपीएफ जवानों को अपनी जान जोखिम में डाल कर पुल पर जाना पड़ा. पुल पर ट्रेन खड़ी होने के बाद उस पर पैदल जाने का कोई जगह नहीं रहता है. पुल की दोनों तरफ लगे लोहे के गार्टर को पकड़ कर जाने में हमेशा खतरे की आशंका बनी रहती है.
कई बार हो चुकी हैं घटनाएं : मांझी रेल पुल पर चेनपुलिंग के कारण ट्रेनें खड़ी होने की घटनाएं कई बार हो चुकी हैं. इसके पहले सारनाथ एक्सप्रेस, पवन एक्सप्रेस, हरिहर एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों में दर्जनों बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी है. मांझी स्टेशन पर ट्रेन रोकने के लिए असामाजिक तत्व चेनपुलिंग करते हैं, लेकिन ट्रेन मांझी पुल पर जागर रुक जाती है. इस वजह से ट्रेनों का परिचालन बाधित होता है.