महिलाओं ने आधा दर्जन अवैध शराब की दुकानों को कराया बंद
छपरा (सारण) : अवैध शराब पीने से डेढ़ माह के अंदर छह लोगों की हुई मौत की घटना से आक्रोशित मगाइडीह गांव की महिलाओं ने छपरा-बनियापुर एनएच 101 को करीब छह घंटे तक जाम रखा और यातायात बाधित कर दिया.सड़क जाम की सूचना पाकर मुफस्सिल थाना तथा भगवान बाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों थाने के थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह तथा महेश प्रसाद यादव सड़क जाम हटवाने का प्रयास करते रहे.
लेकिन, महिलाएं वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ी रही. झाड़ू तथा लाठी-डंडे के साथ मंगलवार से ही आंदोलन कर रही महिलाओं द्वारा मगाइडीह तथा मिश्रवलिया गांव में चलनेवाली आधा दर्जन अवैध शराब की दुकानों को बंद करा दिया है.
क्या है मामला : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मगाइडीह तथा मिश्रवलिया गांव में करीब आधा दर्जन अवैध शराब की दुकानें हैं, जहां गांव के ही पुरुष सदस्य शराब पीते हैं और लगातार शराब पीते रहने के कारण डेढ़ माह के अंदर एक -एक कर छह लोगों की मौत हो चुकी है.
महिलाओं का कहना है कि गांव में अवैध जहरीली शराब की उपलब्धता के कारण ही लोग इसे पीते हैं और तरह-तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.
इससे उनका परिवार तंगहाली व बदहाली के दौर से गुजर रहा है. शराब पीकर आने के बाद पुरुष सदस्यों द्वारा महिलाओं द्वारा मारपीट की जाती है और रोजी-रोजगार भी पुरुष सदस्यों ने छोड़ दिया है.
महिलाएं कमा कर लाती है, जिस पर पुरुष सदस्यों की हमेशा नजर बनी रहती है. शराब पीन के लिए पुरुष सदस्य महिलाओं से पैसा मांगते हैं और नहीं देने पर मारपीट करते हैं.
सड़क जाम से परेशान रहे आम व खास : अवैध शराब के धंधे के खिलाफ महिलाओं द्वारा सड़क जाम किये जाने से आम व खास परेशान रहे. वाहनों को मगाइडीह गांव के उत्तर रोक दिये जाने से यात्रियों को वहां से उतरकर पैदल ही जाना पड़ा.
आक्रोशित महिलाओं ने आइटीबीपी के अधिकारियों के वाहन को भी न केवल जाने से रोक दिया बल्कि उन्हें अपने वाहन के साथ बैरंग वापस लौटना पड़ा. आइटीबीपी के अधिकारी छपरा से जलालपुर स्थित अपने केंद्र पर जा रहे थे.
शराब के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन : पानापुर. थाना क्षेत्र के बिजौली गांव में खुलेआम बिक रही शराब के खिलाफ महिलाओं ने गुरुवार को प्रदर्शन किया.
अखिल भारतीय जनवादी महिला संगठन की प्रदेश महासचिव गीता सागर के नेतृत्व में महिलाओं ने झाड़ू लेकर शराब बंदी का अभियान चलाया. महिलाओं ने पुलिस के खिलाफ भी नाराजगी जतायी.
बाहर से लाकर शराब बेचते हैं धंधेबाज
मगाइडीह तथा मिश्रवलिया गांव में शराब बेचनेवाले धंधेबाज दूसरी जगहों से शराब लाकर बेचते हैं. अहले सुबह या रात के अंधेरे में दूसरी जगहों से ट्यूब में भर कर साइकिल या मोटरसाइकिल शराब लायी जाती है.
खास कर रिविलगंज थाना क्षेत्र के साहेबगंज सोनारपट्टी के सामने नदी किनारे स्थित बिनटोलिया गांव से शराब मंगा कर धंधेबाजों द्वार बेचा जाता है. गांव में ही शराब की दुकानें खुली हुई हैं.
आंदोलनकारी महिलाओं का कहना है कि गांव में शराब उपलब्ध रहने के कारण ही लोग पीते हैं. शराब की दुकानें नहीं रहेंगी, तो काफी हद तक उनके पीने पर नियंत्रण हो सकेगा.
महिलाओं का यह भी कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद उत्पाद विभाग के अधिकारियों द्वारा धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है.