उत्साह. दोपहर तक 90 फीसदी मत डाल चुके थे मतदाता जनप्रतिनिधि
छपरा (सदर) : सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र कोटे से एमएलसी के लिए मंगलवार को हुए मतदान में 97.96 फीसदी मतदान जनप्रतिनिधियों ने किया. जिले के सभी 21 मतदान केंद्रों के कुल 5,548 मतदाताओं में से 5,435 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग अपने संबंधित बूथों पर जाकर किया. इनमें छपरा नगर पर्षद स्थित मतदान केंद्र पर कुल 47 मतदाताओं में से सभी ने मतदान किया. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम दीपक आनंद ने बताया कि सभी बूथों पर मतदान शांतिपूर्ण वातावरण में हुआ. किसी भी मतदान केंद्र पर पूरे मतदान अवधि में किसी भी प्रकार की अनियमितता की शिकायत नहीं मिली.
विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह से ही जनप्रतिनिधि मतदाता पहुंच कर अपने मतों का उपयोग करते देखे गये. वहीं, प्रशासन द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर सभी बूथों पर स्थायी मजिस्ट्रेट, गश्ती दल, लाइव वेबकास्टिंग व वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गयी थी, जिससे मतदान के दौरान असामाजिक तत्व किसी भी प्रकार की गतिविधि को अंजाम देने में सफल नहीं हो सके.
पूरे दिन मॉनीटरिंग करते रहे डीएम व प्रेक्षक : मतदान को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम दीपक आनंद ने छपरा शहर के नगर पर्षद केंद्र में बनाये गये मतदान केंद्र पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. वहीं, पूरे दिन समाहरणालय स्थित एनआइसी में प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी 21 केंद्रों की विधि-व्यवस्था का जायजा लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से करते रहे. इसके अलावा जिला नियंत्रण कक्ष में एडीएम प्रवीण कुमार के अलावा सभी प्रखंडों में स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात थे.
दोनों गंठबंधन चित मेरी जीत सुनिश्चित
छपरा : दोनों गंठबंधनों को मतदाताओं ने चित कर दिया है और मेरी जीत सुनिश्चित कर दी है. धन-बल और बाहुबल पर वोट भारी पड़ा है. उक्त बातें सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी इ संजय कुमार ने मतदान के बाद मंगलवार की शाम पत्रकारों से कहीं.
उन्होंने कहा कि पिछले दो चुनावों की तुलना में इस बार मतदाताओं ने व्यापक उत्साह दिखाया और अपने हक व अधिकार की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए मेरे पक्ष में मतदान किया. मतदाताओं की भूमिका इसलिए सराहनीय रही, क्योंकि नोट से वोट खरीदने तथा बाहुबल का भय दिखाने वालों को मतदाताओं ने करारा जवाब दिया है.
उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने इतिहास रचने का काम आज किया है.
एक साथ दो बड़े गंठबंधन के उम्मीदवारों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था और शहरी निकायों के प्रतिनिधियों को दिग्भ्रमित कर स्वार्थसिद्ध करनेवालों को सबक सिखाया है. उन्होंने अपनी जीत सुनिश्चित होने का दावा किया.
113 मतदाताओं ने नहीं किया मतदान
छपरा (सदर) : सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र कोटे से होनेवाले चुनाव में मतदान का प्रतिशत काफी बेहतर रहा. लगभग 97.96 फीसदी मतदान निश्चित तौर पर जनप्रतिनिधि मतदाताओं की लोकतंत्र के प्रति अपने दायित्वों को दरसाता है. हालांकि इस चुनाव में 113 मतदाताओं ने मतदान नहीं किया. इनमें केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री, सांसद व विधायक तक शामिल हैं.
भारत सरकार के मंत्री व सारण संसदीय क्षेत्र के सांसद राजीव प्रताप रूडी छपरा से बाहर सरकारी कार्य में व्यस्त होने की वजह से मतदान नहीं कर पाये, तो महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने अपने को एमएलसी चुनाव की मॉनीटरिंग में व्यस्त होने के कारण मतदान कर पाने का समय नहीं मिलने की बात कही. उधर, बनियापुर के राजद विधायक केदारनाथ सिंह हत्या के एक मामले में पुलिस की गिरफ्त में आने से बचने के कारण अपने पैतृक प्रखंड में बनाये गये बूथ पर मतदान करने नहीं जा सके. इसके अलावा अन्य जिन जनप्रतिनिधियों ने मतदान नहीं किया, इसके पीछे दर्जन भर वार्ड सदस्यों का अपनी रोजी-रोटी के तलाश में दूसरे राज्यों में रहना, किसी की तबीयत खराब होना आदि बातें बतायी जाती हैं.
जनप्रतिनिधियों में सुबह से ही दिखा उत्साह
विभिन्न जनप्रतिनिधियों में मतदान के प्रति काफी उत्साह दिखा. वहीं कई बुद्धिजीवी जनप्रतिनिधियों ने पटना या अन्य जगहों से पहुंच कर मतदान किया. सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय, सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह, मढ़ौरा विधायक जितेंद्र कुमार राय, छपरा सदर बूथ पर सलीम परवेज के अलावा विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों ने अपने-अपने निर्धारित बूथों पर जाकर मतदान किया. मतदान के दौरान कई महिला व पुरुष जनप्रतिनिधि मतदाता अपने-अपने वाहनों से मतदान केंद्रों की दो सौ मीटर की परिधि के बाहर वाहनों को खड़ा कर मतदान केंद्रों पर जाते देखे गये.
मतदान के प्रतिशत को लेकर होती रही चर्चा
सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए मंगलवार को हुए मतदान के दौरान लगभग 98 फीसदी मतदान को लेकर आम जनों व पदाधिकारियों में चर्चाएं रहीं. मतदान के इस बढ़े प्रतिशत को लेकर एक पदाधिकारी ने सवालिया लहजे में कहा कि मतदान का यह फीसदी जनप्रतिनिधियों का लोकतंत्र में अपने अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता के साथ उम्मीदवारों के प्रति प्रतिबद्धता को भी दरसाता है.
आम तौर पर विभागीय बैठकों यथा जिला प्रशासन, जिला परिषद की आम बैठक, प्रखंडों में पंचायत समिति की बैठक में प्रशासन या संबंधित विभागों के विधिवत आमंत्रण पत्र दिये जाने के बावजूद 10 से 15 फीसदी जनप्रतिनिधि बैठक में शामिल होकर अपने दायित्वों को निभाने में कोताही बरतते हैं. परंतु, इस चुनाव में 98 फीसदी जनप्रतिनिधि मतदाताओं द्वारा मतदान किया जाना निश्चित तौर पर जनप्रतिनिधियों का अपने दायित्वों के प्रति जागरूकता को दरसाता है.
मतदान नहीं करनेवालों में केंद्रीय मंत्री, सांसद व विधायक शामिल
मतदान के प्रति सुबह से ही जनप्रतिनिधियों में दिखा उत्साह
मतदान करनेवालों में विधायक गौतम सिंह, जितेंद्र कुमार राय, रणधीर सिंह, ज्ञानचंद मांझी, एमएलसी केदार पांडेय, डॉ महाचंद्र सिंह, प्रत्याशी सलीम परवेज शामिल
संवाददाता,