छपरा (सदर) : जिले में खरीफ मौसम के दौरान सुखाड़ के मद्देनजर सरकार ने डीजल सब्सिडी मद में 2.63 करोड़ रुपये आवंटन की स्वीकृति दी है. इसके तहत किसानों को धान का बिचड़ा बचाने, रोपनी एवं मक्का की सिंचाई के लिए प्रति किसान अधिकतम 750 रुपये डीजल सब्सिडी देने का लक्ष्य रखा गया है.
इस संबंध में सोमवार को मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सूखे की आशंका के मद्देनजर जिले के पदाधिकारियों के साथ जले में खरीफ फसल के रोपनी के प्रगति की समीक्षा की. वहीं, इस संबंध में प्रशासन व विभागीय पदाधिकारियों डीडीसी रमण कुमार आदि को आवश्यक निर्देश दिये.
डीजल सब्सिडी 25 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से एक किसान को एक बार में 10 लीटर डीजल के लिए 250 रुपये देने का प्रावधान किया गया है. परंतु, प्राकृतिक की मार व सिंचाई के कृत्रिम संसाधनों की खस्ता हाल के कारण हजारों किसानों के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं.
फसल को सूखने से बचाने की चिंता : काफी कम बारिश के कारण जिले में अब भी 55 से 60 फीसदी किसान धान की रोपनी नहीं कर पाये हैं. वहीं, जिन किसानों ने जून में या जुलाई में धान की रोपनी कमोबेश बारिश या अन्य संसाधनों की है, उनके खेतों में दरारें पड़ रही हैं. वहीं, पौधे भी मुरझा रहे हैं. भारी खर्च के बाद भी फसल को बचाना मुश्किल देख किसान खुद को कोसते हैं.