छपरा : बालू व्यवसाय मजदूर मोर्चा ने बुधवार को डीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा एवं बालू खनन व परिवहन पर लगे प्रतिबंध को जनहित में यथाशीघ्र हटाने की मांग की. ज्ञापन में पांच सूत्री मांगों का जिक्र करते हुए बालू पर प्रतिबंध को मजदूर विरोधी बताते हुए कहा गया है कि नदियों का जल स्तर बढ़े रहने पर ही खनन व ढुलाई उचित समय पर होता है.
यह अवधि गुजर जाने पर प्रतिबंध हटाने का मजदूरों को कोई लाभ नहीं होगा. वहीं विभिन्न घाटों पर पूर्व से भंडारित बालू के उठाव व ढुलाई की अनुमति मिलने पर तत्काल राहत मिलने की बात कही गयी है. नीलामी प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग करते हुए बिहार से बाहर बालू भेजने पर रोक को तुगलकी फरमान बताया गया है. रोक से विभिन्न स्तर के कामगारों से जुड़े लगभग एक करोड़ की आबादी के प्रभावित होने की बात करते हुए क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग की गयी है.
ज्ञापन सौंपने वालों में चंदेश्वर प्रसाद राय, मंगल राय, सरोज कुमार सहनी, मनोज चौधरी, बुधन चौधरी, रामलखन राय, लाल बहादुर सहनी, लाल बिहारी राय, दिलिप सहनी, अब्दुल मन्नान, रामाधार सिंह आदि शामिल थे. ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री को भी अग्रसारित की गयी है.